महिला वनडे विश्व कप ट्रॉफी का अनावरण, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन वनडे मैचों की घरेलू सीरीज 14 सितंबर से

नई दिल्ली। हरमनप्रीत कौर ने महिला वनडे विश्व कप ट्रॉफी के अनावरण समारोह में भारत के विश्व कप जीतने के मिथक को तोड़ने की इच्छा व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि 2011 विश्व कप विजेता युवराज सिंह को देखकर उन्हें प्रेरणा मिलती है। टीम हाल ही में इंग्लैंड दौरे पर टी20 और वनडे दोनों सीरीज जीतकर लौटी है। वे 30 सितंबर से शुरू होने वाले विश्व कप से पहले 14 सितंबर से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन वनडे मैचों की घरेलू सीरीज खेलेंगी, जिसे हरमनप्रीत अपनी टीम के लिए एक अच्छा परीक्षण मानती हैं। उनका लक्ष्य 2017 की अधूरी कहानी को इस बार विश्व कप जीतकर पूरा करना है। हरमनप्रीत ने इसे एक अच्छी चुनौती बताया है। उन्होंने कहा, “ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलना हमेशा चुनौतीपूर्ण होता है। यह सीरीज हमें बहुत स्पष्टता देगी और उम्मीद है कि इसके साथ ही हम अपना सर्वश्रेष्ठ देंगे और वही लय विश्व कप तक जारी रखेंगे। सलामी बल्लेबाज स्मृति मांधना ने भी आने वाले महिला वनडे विश्व कप में भारत के पहला खिताब जीतने की प्रबल संभावना जताई है। भारत का अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 2005 और 2017 में रहा है, जब टीम उपविजेता रही थी। इस बार टीम घरेलू मैदान और शानदार फॉर्म के दम पर खिताब जीतने की उम्मीद कर रही है।

 

हाल के प्रदर्शन से बढ़ा है आत्मविश्वास
भारत का हालिया प्रदर्शन शानदार रहा है, जिसने टीम को एक नई ऊर्जा और आत्मविश्वास दिया है। इस साल खेले गए 11 में से 9 वनडे मैचों में जीत मिली है, जिसमें आयरलैंड के खिलाफ 3-0 की जीत और श्रीलंका में त्रिकोणीय सीरीज जीत शामिल है। सबसे बड़ी जीत इंग्लैंड के खिलाफ 2-1 की सीरीज जीत है, जो वनडे रैंकिंग में दूसरे नंबर पर काबिज टीम के खिलाफ उसके ही मैदान पर हासिल हुई है।

बदली हुई मानसिकता और तैयारी
मांधना ने बताया कि पिछले दो-तीन सालों में उनकी कार्य नीति में बड़ा बदलाव आया है। अब पूरी टीम मेहनत करने के तरीकों को लेकर स्पष्ट है, जो मैदान पर उनकी सफलता की वजह बन रहा है। मांधना ने कहा, “हमारी प्राथमिक जिम्मेदारी अपना काम करना है। सिर्फ मैं नहीं बल्कि पूरी टीम उसी दिशा में बढ़ रही है, जहां हमें पता है कि कहां मेहनत करनी है।”

घरेलू मैदान का फायदा और ऑस्ट्रेलिया से चुनौती
विश्व कप भारत में हो रहा है, जिसका फायदा टीम उठाना चाहती है। हरमनप्रीत ने कहा, “घरेलू दर्शकों के सामने खेलना हमेशा खास होता है और उम्मीद है कि इस बार हम 100% देंगे।”

बदल रहा है क्रिकेट का परिदृश्य
हरमनप्रीत ने यह भी कहा कि अब महिला क्रिकेट में कोई भी टीम किसी भी दिन जीत सकती है। उन्होंने कहा कि पहले ऑस्ट्रेलिया का दबदबा था, लेकिन अब हर टीम ने बहुत सुधार किया है। उन्होंने कहा, “अब सब खुला है, तो यह सिर्फ उस दिन अच्छा क्रिकेट खेलने और अपना सर्वश्रेष्ठ देने की बात है।”