गणपत सिंह भंडारी द्वारा लिखित पुस्तक ‘डिलीवरिंग इंस्टेंट जस्टिस’ का विमोचन

केंद्रीय कानून एवं न्याय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल
केंद्रीय कानून एवं न्याय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल
  • न्याय में देरी मतलब पीड़ित के साथ अन्याय

  • केंद्रीय कानून एवं न्याय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल राजस्थान हाई कोर्ट के न्यायाधीश एसपी शर्मा और पूर्व आईएएस पीएन भंडारी सहित गणमान्य रहे मौजूद

जयपुर। ‘पिताजी ने कहा यदि जज बनना है तो रिश्वत कभी मत लेना। मैंने तुरंत लाडनूं जाकर जैन मुनि के पास जाकर रिश्वत नहीं लेने की शपथ ली।’ यह कहना पूर्व न्यायाधीश गणपत सिंह भंडारी का। गणपत सिंह भंडारी आज यहां हरिशचंद्र माथुर लोक प्रशासन संस्थान सभागार में आयोजित बुक लॉन्चिंग सेरिमनी में बोल रहे थे यह बुक लॉन्चिंग सेरिमनी गणपत सिंह भंडारी द्वारा लिखित पुस्तक ‘डिलीवरिंग इंस्टेंट जस्टिस’ के अवसर पर आयोजित किया गया था। भंडारी ने इस मौके पर कहा कि उन्हें तुरंत फैसला लेने की प्रेरणा लोगों की समस्याएं और उनकी पीड़ा को देखकर मिली। उन्होंने देखा कि न्याय में देरी के चलते लोग कितने परेशान होते हैं और यही वजह रही कि उन्होंने जिस दिन सुनवाई पूरी की उसी दिन फैसला लिखवाया। तुरंत फैसला लिखवाने के चलते उनका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज किया गया। गणपत सिंह भंडारी ने इस मौके पर अपने विचार पुस्तक में कुछ इस तरह से साझा किये।

केंद्रीय कानून एवं न्याय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल
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तुरंत फैसले के रहस्य:-

1. ‘गवाह के बयान मैंने खुद अपने हाथ से लिखे। मैंने कभी भी स्टेनो से बयान नहीं लिखवाए।’
2. ‘संपत्ति विवाद के मामलों को मैंने खुद मौके पर जाकर देखा और फिर उसका निर्णय किया। एक बार तो मैं 15 साल से चले आ रहे दो भाइयों के संपत्ति विवाद को मौके पर जाकर निपटाया।’
3. ‘मैंने कोर्ट क्वेश्चन करके 40 से ज्यादा कोर्ट में उसके तौर पर मामलों को निपटाया।’

‘पुस्तक लिखने की प्रेरणा मुझे मेरी पत्नी कमला भंडारी ने दी, जब मैं बीमार हुआ तो उन्होंने कहा कि आप बीमार है और आपके पास अभी इलाज के दौरान समय है तो क्यों नहीं आप एक किताब लिख डालें और मैंने मोबाइल पर ही 7 दिन में यह किताब लिख डाली जिसे एक महीने के भीतर दिल्ली के एक प्रशासन ने प्रकाशित भी कर दिया।’ पूर्व IAS पीएन भंडारी ने कहा कि इतनी बड़ी कॉल में न्यायिक मामलों के बढ़ते मामलों को देखते हुए यह स्पष्ट है कि न्यायिक व्यवस्था में अभी काफी कुछ सुधार की गुंजाइश है। जिस प्रकार गणपत सिंह भंडारी थे फैसला तुरंत लिखवा कर लोगों को न्याय देने का प्रयास किया है, इस तरह से आज के न्यायिक व्यवस्था में भी यदि न्यायाधीश इस प्रक्रिया को अपने तो लोगों को राहत मिल सकती है।

दैनिक जलतेदीप के प्रबंध सम्पादक दीपक मेहता ने कार्यक्रम में शामिल हो भंडारी को बधाई दी
दैनिक जलतेदीप के प्रबंध सम्पादक दीपक मेहता ने कार्यक्रम में शामिल हो भंडारी को बधाई दी

दैनिक जलतेदीप के प्रबंध सम्पादक दीपक मेहता ने कार्यक्रम में शामिल हो भंडारी को बधाई दी। पीएन भंडारी ने न्यायिक सुधारो के लिए सुझाव भी प्रस्तुत किये। राजस्थान हाई कोर्ट के न्यायाधीश संजीव प्रकाश शर्मा इस मौके पर कहा कि पूर्व न्यायाधीश गणपत सिंह भंडारी ने जिस प्रकार इंस्टेंट जस्टिस के लिए मौके पर जाकर दोनों पक्षों को सुनने का प्रयास किया, ठीक इसी प्रकार आजकल मीडिएशन के जरिए मामलों को जल्द से जल्द निपटाने और लोगों को राहत देने की कोशिश की जा रही है।

राना अमेरिका के अध्यक्ष प्रेम भंडारी की ओर से बुके भेंट कर बधाई दी।
राना अमेरिका के अध्यक्ष प्रेम भंडारी की ओर से बुके भेंट कर बधाई दी।

राना अमेरिका के अध्यक्ष प्रेम भंडारी की ओर से बुके भेंट कर बधाई दी। न्यायाधीश शर्मा ने कहा कि वकीलों की डोलियां को जब तक पूर्ण रूप से नहीं सुन लिया जाए तब तक किसी भी अंतिम निर्णय पर नहीं पहुंचा जा सकता है इसलिए कोर्ट को कई बार एडजरनमेंट भी करने पड़ते हैं। इस अवसर पर केंद्रीय कानून एवं न्याय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि गणपत सिंह भंडारी ने अपनी पुस्तक में अपनी पत्नी कमला भंडारी को प्रेरणा का स्रोत बताते हुए महिला शक्ति की पहचान को उजागर किया है। मेघवाल ने इस मौके पर कहा कि न्यायिक सुधारो के तहत किस तरह से ज्यादा से ज्यादा और जल्द से जल्द मामलों का निपटारा हो सके इसके लिए इवनिंग अदालतों पर विचार चल रहा है, इसमें सेवानिवृत न्यायाधीशों के साथ सीटिंग जज को बिठाकर शाम के वक्त अदालत लगाकर मामलों को निपटने की पहल की जाएगी। इसके लिए इलाहाबाद हाई कोर्ट से 5 सेवानिवृत न्यायाधीशों के नाम मिल चुके हैं। उन्होंने कहा कि राजस्थान से भी यदि इस तरह से नाम सरकार को मिल जाए तो इसकी पहल राजस्थान से की जा सकती है। मेघवाल ने कहा कि एआई की मदद से लंबे समय से पेंडिंग चल रहे कैसे की छटनी कर उन्हें जल्द से जल्द निपटाने का प्रयास किया जा रहा है।

केंद्रीय कानून एवं न्याय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल
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इसके अलावा मीडिएशन फॉर नेशन की भी शुरुआत हो चुकी है क्योंकि यह तो हमारी भारतीय संस्कृति का एक हिस्सा है। इस अवसर मेघवाल ने अपनी पत्नी के संस्करण भी सुनाएं की भी जीवन में किस तरह उनकी मदद से सफल हुए। कार्यक्रम का संचालन लोक प्रशासन विषय विशेषज्ञ रमेश अरोड़ा ने किया। इस अवसर हाल ही में राज. हाई कोर्ट के जज बने अनुरूप सिंघी, सेबी के पूर्व अध्यक्ष डीआर मेहता, सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश गणपत सिंह सिंघवी सहित मौजूदा हाई कोर्ट के न्यायाधीश व न्यायिक सेवा और सामाजिक सेवा के गणमान्य लोग मौजूद रहे।

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