नई दिल्ली – राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय महत्व के मुद्दों पर संवाद के प्रमुख मंच दि कैपिटल फाउंडेशन सोसाइटी ने नई दिल्ली के इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित अपने वार्षिक अवार्ड एवं व्याख्यान में आयोनोस के सह संस्थापक और वीसी सीपी गुरनानी को प्रतिष्ठित विनीत नैय्यर टेक्नोलॉजी अवार्ड 2025 से सम्मानित किया है।
यह अवार्ड समारोह की अध्यक्षता कर रहे न्यायमूर्ति एके पटनायक की उपस्थिति में उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश माननीय न्यायमूर्ति एन. कोटिश्वर सिंह द्वारा प्रदान किया गया।
चार दशकों से अधिक के करियर में दोस्तों के बीच सीपी के तौर जाने जाने वाले सीपी गुरनानी को टेक्नोलॉजी और डिजिटल नवप्रवर्तन के क्षेत्र में एक परिवर्तनकारी नेता के तौर पर पहचाना जाता है। भारत के सबसे प्रतिष्ठित कॉरपोरेट में से एक का नेतृत्व करने से लेकर उसे एक वैश्विक डिजिटल पावरहाउस बनाने तक की सीपी की यात्रा विजन, लचीलेपन और क्रियान्वयन में एक प्लेबुक है।
आज आयोनोस के सह संस्थापक और वीसी के तौर पर वह अपने अनुभव का उपयोग आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के भविष्य को आकार देने में कर रहे हैं। उनका विजन साहसिक, लेकिन व्यवहारिक है जो व्यवसायों को अधिक इंटेलिजेंट, समावेशी और टिकाऊ बनाने के लिए है। उनके नेतृत्व में आयोनोस ऐसे एआई-संचालित प्लेटफॉर्म तैयार कर रही है जो वास्तविक दुनिया की समस्याओं को हल कर सभी उद्योगों में दूरगामी मूल्य प्रदान करते हैं।
उनका नेतृत्व बोर्डरूम से काफी परे है। वह शिक्षा और कौशल विकास के लिए पुरजोर वकालत करते रहे हैं और प्लक्ष युनिवर्सिटी की स्थापना में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए आईआईएम, नागपुर, अपग्रेड और महिन्द्रा युनिवर्सिटी के बोर्ड में सेवाएं दे रहे हैं जहां वह उद्योग की जरूरतों को भविष्य के लिए तैयार सीख और अनुभवों से पूरा करने वाले कार्यक्रमों का मार्गदर्शन करते हैं।
सामाजिक प्रभाव को लेकर भी समान रूप से प्रतिबद्ध सीपी ने तितलियां एनजीओ की सह-स्थापना की है और वंचित तबके के समुदायों को सशक्त करने और उनकी बेहतरी के लिए मोहन फाउंडेशन और जयपुर में फीडिंग हैंड्स जैसे संगठनों के साथ जुड़कर काम करते हैं। वह उद्यमशीलता और आर्थिक तेजी में वैश्विक पहल को सहयोग कर रहे वाधवानी फाउंडेशन के निदेशक मंडल में भी सेवा देते हैं।