जोधपुर : राजस्थान के जोधपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की तीन दिवसीय अखिल भारतीय समन्वय बैठक शुक्रवार को शुरू हुई। इस बैठक का उद्घाटन सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत और सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने भारत माता के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करके किया।
यह बैठक 7 सितंबर तक चलेगी, जिसमें संघ से जुड़े 32 संगठनों के अखिल भारतीय स्तर के पदाधिकारी हिस्सा ले रहे हैं। संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने बताया कि बैठक की शुरुआत सामूहिक “संगठन मंत्र” के पाठ के साथ हुई। इस दौरान, विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों ने अपने-अपने क्षेत्रों में किए गए नए प्रयोगों और कार्यों की जानकारी दी।
प्रमुख पदाधिकारियों की उपस्थिति
बैठक में आरएसएस के सभी 6 सह सरकार्यवाह सहित कई प्रमुख संगठनों के पदाधिकारी मौजूद हैं। इनमें विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष आलोक कुमार, बीजेपी अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा, राष्ट्र सेविका समिति की प्रमुख संचालिका शांता अक्का और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के अध्यक्ष डॉ. राजशरण शाही जैसे कई महत्वपूर्ण नाम शामिल हैं।
बैठक स्थल पर विशेष सज्जा
बैठक परिसर को विशेष रूप से सजाया गया है। प्रवेश द्वार पर 500 वर्ष पूर्व औपनिवेशिकता के खिलाफ संघर्ष की प्रतीक रानी अब्बक्का और हल्दीघाटी के वीरों को समर्पित ‘रानी अब्बक्का द्वार’ और ‘हल्दीघाटी द्वार’ बनाए गए हैं। इसके अलावा, भक्तिमती मीरा बाई और पर्यावरण के लिए बलिदान देने वाली अमृता देवी की सुंदर रंगोली भी बनाई गई है।
एजेंडा और चर्चा के विषय
इस बैठक में पूरे वर्ष किए गए कार्यों और उनके अनुभवों पर चर्चा होगी। साथ ही, ‘पंच परिवर्तन’ (सामाजिक समरसता, कुटुंब प्रबोधन, पर्यावरण अनुकूल जीवन, स्व-आधारित रचना और नागरिक कर्तव्य पालन), संघ के शताब्दी वर्ष के कार्यक्रमों और राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के क्रियान्वयन पर भी विचार-विमर्श किया जाएगा। यह बैठक अनुभवों के आदान-प्रदान और भविष्य के लिए दिशा-निर्देश तय करने के उद्देश्य से आयोजित की गई है।
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