जयपुर। जनजातीय कार्य मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा संचालित आदि कर्मयोगी अभियान के अंतर्गत 8 सितम्बर 2025 को कलेक्ट्रेट सभागार जयपुर में जिला स्तरीय अभिमुखीकरण कार्यशाला का आयोजन जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी की अध्यक्षता में किया गया। जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रतिभा वर्मा ने बताया कि माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रारम्भ किया गया यह अभियान जनजातीय क्षेत्रों में उत्तरदायी शासन और अंतिम छोर तक सेवा संतृप्ति सुनिश्चित करने की एक राष्ट्रीय पहल है। अभियान के तहत देशभर के जनजाति-बहुल एक लाख गांवों में 20-20 व्यक्तियों को आदि कर्मयोगी, आदि सहयोगी एवं आदि साथी के रूप में चयनित किया जा रहा है।
इसी क्रम में जयपुर जिले के 10 ब्लॉकों के 177 गांवों का चयन किया गया है। जिले में धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान से जुड़े 17 विभागों की 25 प्रमुख गतिविधियों के अभिसरण द्वारा इन गांवों का समग्र विकास सुनिश्चित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि ग्राम पंचायत स्तर पर ग्रामसेवक, पटवारी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, पशुधन सहायक, प्रधानाध्यापक, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी एवं विद्युत विभाग का कर्मचारी, आशा कार्यकर्ता, एएनएम, साथिन, कृषि पर्यवेक्षक, वनपाल, सहकारी समिति का व्यवस्थापक और राजीविका समूह की महिला अध्यक्ष आदि को आदि कर्मयोगी की जिम्मेदारी दी गई है।
इसी तरह ग्राम के निवासी युवा, अध्यापक, डॉक्टर, सामाजिक कार्यकर्ता, वार्ड पंच, सरपंच, स्वयंसेवी संस्था के सदस्य तथा ग्रामीण मुखिया,पटेल,गमेती को आदि सहयोगी व आदि साथी के रूप में चयनित किया जाएगा। अभियान के तहत आदि सेवा केन्द्र स्थापित किए गए हैं, जहां शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास, पंचायती राज, कृषि एवं अन्य विभागों के अधिकारी सप्ताह में एक दिन उपस्थित रहकर ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान करेंगे।
कार्यशाला में ग्रामीण विकास, जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी, जयपुर विद्युत वितरण निगम लि., चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, पेट्रोलियम, महिला एवं बाल विकास, शिक्षा, आयुष, जनजाति क्षेत्रीय विकास, टेलीकॉम, कौशल एवं आजीविका विकास, सूचना एवं प्रौद्योगिकी, कृषि एवं किसान कल्याण, मत्स्य, पशुपालन एवं डेयरी तथा पंचायती राज विभाग के जिला स्तरीय अधिकारी और जिला मास्टर ट्रेनर उपस्थित रहे।
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