गुरुग्राम: भारत में कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स की दिग्गज कंपनी सैमसंग ने अपने सीएसआर कार्यक्रम, ‘सैमसंग इनोवेशन कैंपस’ (SIC) को बड़े स्तर पर विस्तार देने की घोषणा की है। इस पहल के तहत कंपनी 2025 तक 20,000 भारतीय छात्रों को भविष्य की तकनीकों जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT), बिग डेटा, और कोडिंग व प्रोग्रामिंग में प्रशिक्षित करेगी। यह संख्या पिछले साल के 3,500 छात्रों की तुलना में छह गुना ज्यादा है।
यह कार्यक्रम, जो 2024 में चार राज्यों में था, अब इस साल 10 राज्यों में चलाया जाएगा। इसका उद्देश्य भारत सरकार के ‘डिजिटल इंडिया’ और ‘स्किल इंडिया’ मिशन का समर्थन करना है, ताकि युवाओं को डिजिटल युग के लिए तैयार किया जा सके। सैमसंग साउथवेस्ट एशिया के प्रेसिडेंट और सीईओ, जेबी पार्क ने कहा, “सैमसंग को भारत के विकास में भागीदार होने पर गर्व है। इस कार्यक्रम के जरिए हम खासकर कमजोर समुदायों के छात्रों को स्किलिंग और नौकरी के अवसर देना चाहते हैं।”
सैमसंग ने इस विस्तार के लिए इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर स्किल्स काउंसिल ऑफ इंडिया (ESSCI) और टेलीकॉम सेक्टर स्किल काउंसिल (TSSC) के साथ साझेदारी की है। इन साझेदारियों के माध्यम से उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में छात्रों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। इनमें से उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु पर विशेष जोर रहेगा, जहाँ प्रत्येक राज्य के 5,000 छात्रों को प्रशिक्षण मिलेगा।
इस कार्यक्रम में तकनीकी कौशल के साथ-साथ छात्रों को सॉफ्ट स्किल्स में भी प्रशिक्षित किया जाएगा और योग्य उम्मीदवारों को प्लेसमेंट में सहायता मिलेगी। 2022 में भारत में शुरू होने के बाद से, ‘सैमसंग इनोवेशन कैंपस’ ने अब तक 6,500 छात्रों को भविष्य की तकनीकों में प्रशिक्षित किया है। यह पहल भारत के डिजिटल परिवर्तन में युवाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने और उन्हें सफल बनाने का एक प्रयास है।