बेंगलुरु: उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक (एसएफबी) ने एक महत्वाकांक्षी योजना के तहत वित्त वर्ष 2030 तक ₹1 लाख करोड़ का ग्रॉस लोन बुक (GLB) हासिल करने का रोडमैप तैयार किया है। बैंक ने इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए अपनी रणनीति का खुलासा किया, जिसमें लोन पोर्टफोलियो में विविधता, जमा राशि (डिपॉजिट) का विस्तार और परिचालन लागत को कम करना शामिल है।
बैंक के प्रबंध निदेशक और सीईओ, संजीव नौटियाल ने बताया कि उनकी यह रणनीति 2017 में बैंक के रूप में परिचालन शुरू करने के बाद से हुई प्रगति पर आधारित है। उन्होंने कहा, “हमने वित्त वर्ष 2017 में अपने ग्रॉस लोन बुक को ₹7,560 करोड़ से बढ़ाकर वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही में ₹33,287 करोड़ कर दिया है।”
इस रोडमैप के तहत, बैंक का उद्देश्य अपने लोन पोर्टफोलियो को और अधिक सुरक्षित बनाना है। वर्तमान में सुरक्षित ऋण (secured lending) 46% है, जिसे बढ़ाकर 65%-70% तक करने का लक्ष्य है। इसके लिए बैंक किफायती आवास, माइक्रो मॉर्गेज, MSME लेंडिंग, और गोल्ड लोन जैसे क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करेगा।
बैंक अपनी शाखाओं की संख्या को 752 से बढ़ाकर लगभग 1,150 तक करेगा। साथ ही, ग्राहक आधार का विस्तार करने के लिए आईपीओ-एएसबीए और म्यूचुअल फंड वितरण जैसे नए उत्पाद भी पेश करेगा। बैंक का लक्ष्य है कि कुल जमा राशि में कासा (CASA) की हिस्सेदारी को 24.3% से बढ़ाकर 35% तक किया जाए।
उज्जीवन एसएफबी का फोकस अपनी परिचालन दक्षता में सुधार पर भी है, जिसका लक्ष्य लागत-आय अनुपात को लगभग 55% तक लाना है। बैंक को उम्मीद है कि इन रणनीतियों से वह वित्त वर्ष 2030 तक 1.8%-2.0% का आरओए (ROA) और 16%-18% का आरओई (ROE) हासिल कर लेगा। वर्तमान में 22.8% की पूंजी पर्याप्तता अनुपात (CRAR) के साथ, बैंक अपनी वृद्धि के लिए अच्छी स्थिति में है।