नई दिल्ली: यूएई में पूर्णकालिक कार्यक्रम शुरू करने वाला पहला भारतीय विश्वविद्यालय, सिंबायोसिस दुबई, ने अपनी पहली वर्षगांठ मनाई। इस मौके पर भारत के केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भी मौजूद थे। यह समारोह दुबई के ताज दुबई, बिजनेस बे में आयोजित किया गया, जिसमें शिक्षा मंत्री ने सिंबायोसिस दुबई की एक साल की शानदार शैक्षणिक यात्रा का जश्न मनाया।
यह आयोजन सिंबायोसिस दुबई के 2025-26 शैक्षणिक वर्ष के लिए ओरिएंटेशन दिवस के साथ हुआ, जिसमें नए छात्रों और बढ़ते सिंबायोसिस परिवार का स्वागत किया गया।
सिंबायोसिस इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी (एसआईयू) की प्रो-चांसलर डॉ. विद्या येरावेडकर और सिंबायोसिस दुबई की कार्यकारी निदेशक डॉ. अनिता पाटनकर ने इस विश्वविद्यालय के वैश्विक शैक्षणिक गठजोड़ और भारत-यूएई शिक्षा संबंधों को मजबूत करने में इसकी भूमिका पर जोर दिया।
इस अवसर पर, केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा, “भारत और यूएई के लिए एक नए अध्याय की शुरुआत हुई है, जिसमें दोनों देशों के नेतृत्व शिक्षा को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। सिंबायोसिस दुबई अवसरों का प्रतीक बन गया है, जो दोनों देशों के बीच शैक्षणिक और सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत कर रहा है। हमें उम्मीद है कि यह संस्थान नए शैक्षणिक और करियर कीर्तिमान स्थापित करता रहेगा।”
सिंबायोसिस दुबई, जिसे नवंबर 2024 में शेख नहायान मबारक अल नाहयान और भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर द्वारा शुरू किया गया था, भारत-यूएई ई33 द्विपक्षीय शिक्षा संधि के तहत एक प्रमुख शैक्षणिक संस्थान के रूप में उभरा है। एक साल पहले चार प्रोग्राम्स के साथ शुरू हुआ यह संस्थान, अब टेक्नोलॉजी, बिजनेस, कॉमर्स और मीडिया समेत 10 अलग-अलग प्रोग्राम्स की पेशकश कर रहा है। इस दौरान 500 से अधिक छात्रों ने यहां दाखिला लिया है, जिससे यह क्षेत्र में उच्च शिक्षा का एक प्रमुख केंद्र बन गया है।
डॉ. विद्या येरावेडकर ने कहा, “हम शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की उपस्थिति से बहुत सम्मानित महसूस कर रहे हैं। उनकी मौजूदगी हमारे ‘वसुधैव कुटुंबकम्’ (विश्व एक परिवार है) के विजन का प्रमाण है।”
सिंबायोसिस दुबई की एक साल की उपलब्धियां
सिंबायोसिस दुबई ने अपने पहले साल में छात्रों की उत्कृष्टता और सामाजिक पहल के माध्यम से एक मजबूत पहचान बनाई है। छात्रों ने इंटर-यूनिवर्सिटी फेस्टिवल्स और शैक्षणिक प्रतियोगिताओं में भाग लिया। उनकी फुटबॉल टीम ने एक्सेल कप जीता और टीम के एक खिलाड़ी को इंटरनेशनल कॉल-अप भी मिला। इसके अलावा, छात्रों ने सामाजिक पहल में भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया, जैसे ‘ग्राफिटी फॉर गुड’ और ‘किसवा के साथ रमजान अभियान’, जिसके तहत जरूरतमंदों को 19 डिवाइस दान किए गए।
नए शैक्षणिक कार्यक्रम और भविष्य की योजनाएं
सिंबायोसिस दुबई ने अपने स्नातक और स्नातकोत्तर कार्यक्रमों का विस्तार किया है। अब इसमें ये कार्यक्रम शामिल हैं:
स्नातक: बी.कॉम ऑनर्स (एसीसीए प्रेप के साथ), बीबीए (जनरल/अकाउंटिंग एंड फाइनेंस), बीबीए ऑनर्स, डुअल डिग्री बीबीए (एस्टन यूनिवर्सिटी, यूके और डीकिन यूनिवर्सिटी, ऑस्ट्रेलिया के साथ), बीटेक इन कंप्यूटर इंजीनियरिंग, बीएससी ऑनर्स/बीएससी इन साइकोलॉजी, बीए इन मीडिया एंड कम्युनिकेशन, और बीसीए (एआई/एमएल, क्लाउड कंप्यूटिंग और डेटा साइंस में विशेषज्ञता के साथ)।
स्नातकोत्तर: एमबीए (एसआईबीएम पुणे द्वारा संचालित), जो जनवरी 2026 से सुबह और शाम के बैचों में पेश किया जाएगा।
इस खास मौके पर, सिंबायोसिस इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी ने सिस्को नेटवर्किंग एकेडमी, एडु स्कैन, बिहेवियर एनहांसमेंट और ओडू के साथ एमओयू (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं, ताकि छात्रों को उद्योग-संबंधी ज्ञान और अवसर मिल सकें।
इसके अलावा, सिंबायोसिस दुबई में ‘सिंबायोसिस सेंटर फॉर एप्लाइड एआई’ की स्थापना की गई है, जो छात्रों को एआई, डेटा साइंस और साइबर सिक्योरिटी जैसे क्षेत्रों में व्यवहारिक प्रशिक्षण देगा।