जयपुर। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि प्रदेश के सभी शहरी क्षेत्रों में आमजन तक योजनाओं की पहुंच सुनिश्चित करने और उनकी समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए 15 सितम्बर से 15 अक्टूबर तक ‘शहरी सेवा शिविर’ का आयोजन किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने गुरुवार को मुख्यमंत्री निवास पर शिविर संबंधी बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य नगरीय क्षेत्रों के नागरिकों को सभी आवश्यक सेवाएं उपलब्ध कराना और उनसे जुड़े प्रकरणों का मौके पर ही समाधान करना है। उन्होंने निर्देश दिए कि अभियान का व्यापक असर हर शहर और कस्बे में दिखाई दे, इसके लिए सभी अधिकारी गंभीरता और सेवाभाव से कार्य करें।
शहर होंगे स्वच्छ, सुंदर और सुव्यवस्थित
अभियान के दौरान शहरों में सफाई व्यवस्था, नालियों और सीवर लाइन की मरम्मत, मैनहोल व फेरो कवर की देखरेख और सार्वजनिक स्थलों का सौंदर्यकरण किया जाएगा। सड़कों की मरम्मत, पेचवर्क और स्ट्रीट लाइटों के सुधार के साथ अंधेरी एवं सुनसान सड़कों पर नई लाइटें लगाई जाएंगी, ताकि नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
नागरिकों को शिविर में त्वरित सेवाएं
शिविर में जन्म-मृत्यु और विवाह पंजीयन, फायर एन.ओ.सी., ट्रेड एवं साइनेज लाइसेंस, सीवर कनेक्शन, ओएफसी व मोबाइल टावर एन.ओ.सी., ईडब्ल्यूएस प्रमाणपत्र, अनुमोदित योजनाओं के पट्टे, उपविभाजन-पुनर्गठन, भू-उपयोग परिवर्तन, नामांतरण, भवन निर्माण स्वीकृति, लीज होल्ड से फ्री होल्ड पट्टे जारी करना और यूडी टैक्स जमा कराने की सुगम व्यवस्था की जाएगी।
जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ
शिविर के दौरान विभिन्न विभागों की फ्लैगशिप योजनाओं के आवेदन प्राप्त कर स्वीकृति दी जाएगी। अटल पेंशन योजना, वृद्धावस्था, विधवा और विकलांग पेंशन योजनाओं से पात्र लोगों को जोड़ा जाएगा। विद्यालयों, आंगनबाड़ी केंद्रों और अन्य सार्वजनिक भवनों की मरम्मत व सौंदर्यकरण भी होंगे। मुख्यमंत्री ने बताया कि पहले यह शिविर 15 सितम्बर से 2 अक्टूबर तक प्रस्तावित था, लेकिन अब इसकी अवधि बढ़ाकर 15 सितम्बर से 15 अक्टूबर कर दी गई है।
अभियान में स्वायत्त शासन, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी, ऊर्जा, सार्वजनिक निर्माण, राजस्व, महिला एवं बाल विकास तथा चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त भागीदारी रहेगी, जिससे नागरिकों की समस्याओं का त्वरित निस्तारण सुनिश्चित होगा। बैठक में नगरीय विकास एवं स्वायत्त शासन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) झाबर सिंह खर्रा सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
यह भी पढ़ें ; ब्रजभाषा महिला साहित्यकार सम्मेलन में भक्ति के भावों पर गूंजे विचार