निजता हनन के आरोप निराधार: कैबिनेट मंत्री सुमित गोदारा

सुमित गोदारा
सुमित गोदारा

जयपुर। खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री सुमित गोदारा ने विपक्ष द्वारा लगाए गए निजता हनन के आरोपों को पूरी तरह निराधार बताया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में प्रदेश की डबल इंजन सरकार ने पिछले 21 महीनों में राजस्थान के विकास के लिए उल्लेखनीय काम किए हैं। सरकार की पारदर्शी कार्यप्रणाली और शानदार उपलब्धियों को देखकर विपक्ष निरुत्तर हो चुका है।

गोदारा ने कहा कि विधानसभा में विपक्ष के पास बोलने के लिए मुद्दे ही नहीं बचे, इसी कारण उन्होंने सत्र को बाधित किया। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा स्वयं सदन में मौजूद नहीं रहते और विपक्ष के पास जनता से जुड़े प्रश्न भी नहीं हैं।

नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली के निजता हनन संबंधी बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए गोदारा ने कहा कि वास्तविक रूप से निजता का हनन पिछली कांग्रेस सरकार में हुआ था। उस समय आरोप लगे थे कि तत्कालीन मुख्यमंत्री ने खुद फोन रिकॉर्डिंग कराई थी। यहां तक कि जब उस समय के एसीएस होम ने आपत्ति जताई तो उन्हें हटा दिया गया और बाद में इनाम स्वरूप मुख्य सचिव की जिम्मेदारी सौंप दी गई।

गोदारा ने कहा कि पिछली सरकार के समय विधानसभा सत्र का यूट्यूब प्रसारण शुरू हुआ था, जिसे उनकी पार्टी ने सराहा भी था। इस बार भी विधानसभा में कैमरे लगाए गए हैं और वे सभी के लिए समान रूप से कार्यरत हैं।

मंत्री ने जोर देकर कहा कि भजनलाल शर्मा की सरकार में सबकुछ पारदर्शिता से हो रहा है। जनता भी समझ चुकी है कि विपक्ष ने सिर्फ राजनीति चमकाने के लिए बेवजह मुद्दा बनाया। उन्होंने विपक्ष से आग्रह किया कि अगली बार जब विधानसभा सत्र हो, तो वे रचनात्मक विषय लेकर आएं और “विकसित राजस्थान” के निर्माण में सहयोगी बनें।

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