मीठी चीजें खाने से इसलिए होता है शरीर को नुकसान, मिल्कशेक भी खतरनाक

मिल्कशेक
मिल्कशेक

यदि आप मीठा खाने के शौकीन हैं तो इस आदत को छोडऩे में फायदा है, क्योंकि मीठा ही शरीर को सबसे ज्यादा नुकसान देता है, जो शरीर में शुगर की मात्रा तो बढ़ाता ही है कि शरीर में अन्य कई बीमारियां भी पैदा करता है। कुछ लोग मिल्कशेक पीने के शौकीन इसलिए होते हैं, क्योंकि उसमें मिठाई की अपेक्षाकृत कम मीठा होता है, लेकिन वह भी खतरनाक साबित हो सकता है। मिल्कशेक में दो चीजें सबसे ज्यादा पाई जाती हैं शुगर और फैट। जब हम इसे बार-बार पीते हैं, तो शरीर में ब्लड शुगर का लेवल अचानक ऊपर-नीचे होने लगता है, जिसे ब्लड शुगर फ्लक्चुएशन कहा जाता है। यह उतार-चढ़ाव धीरे-धीरे ब्रेन सेल्स को कमजोर करने लगता है। हाई फैट कंटेंट वाली चीजें दिमाग में ब्लड फ्लो को प्रभावित करती हैं, जिससे स्ट्रोक और डिमेंशिया जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। वहीं, अधिक शुगर का सेवन ब्रेन के न्यूरॉन्स पर दबाव डालता है, जिससे मेमोरी लॉस और न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर्स का रिस्क बढ़ सकता है। इसके अलावा, रिसर्च के अनुसार ज्यादा शुगर-फैट वाली डाइट दिमाग के उस हिस्से यानी हिप्पोकैम्पस को भी प्रभावित करती है, जो हमारी सीखने और याद रखने की क्षमता को कंट्रोल करता है।

क्यों बढ़ता है खतरा?

मिल्कशेक
मिल्कशेक

बार-बार मिल्कशेक पीने से दिमाग की कोशिकाएं समय से पहले बूढ़ी होने लगती हैं। ऐसे लोग अक्सर थकान, चिड़चिड़ापन और ध्यान न लगने जैसी समस्याओं से जूझ सकते हैं। लंबे समय तक इसका असर डिमेंशिया और अल्जाइमर जैसी गंभीर बीमारियों तक भी पहुंच सकता है।

क्या हैं सेफ ऑप्शन?

ताजे फलों को दूध या दही के साथ बिना चीनी मिलाकर स्मूदी बनाएं।
चाहें तो शहद, खजूर या गुड़ का इस्तेमाल करें।
रोजाना नहीं, बल्कि हफ्ते में 1-2 बार ही शेक का मजा लें।
रोजाना शेक देने के बजाय बच्चों को फल खाने की आदत डालें।

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