परकोटे को मिली मेट्रो की सौगात, सीएम गहलोत ने पहली अंडरग्राउंड मेट्रो को दिखाई हरी झंडी

स्मार्ट कार्ड वाले लोग ही कर सकेंगे मेट्रो में सफर, टोकन सिस्टम नहीं चलेगा

जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के हरी झंडी दिखाने के साथ ही 7 साल के इंतजार के बाद बुधवार को आखिरकार शहर के लोगों को मेट्रो की सौगात मिल गई। अब लोग शाम 4 बजे से बड़ी चौपड़ से मेट्रो में सफर कर सकेंगे। जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के हरी झंडी दिखाने के साथ ही 7 साल के इंतजार के बाद बुधवार को आखिरकार शहर के लोगों को मेट्रो की सौगात मिल गई। अब लोग शाम 4 बजे से बड़ी चौपड़ से मेट्रो में सफर कर सकेंगे। जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के हरी झंडी दिखाने के साथ ही 7 साल के इंतजार के बाद बुधवार को आखिरकार शहर के लोगों को मेट्रो की सौगात मिल गई। अब लोग शाम 4 बजे से बड़ी चौपड़ से मेट्रो में सफर कर सकेंगे।

दोपहर में सीएम अशोक गहलोत और यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने सीएमआर में वीडियो कॉफ्रेंसिंग के जरिए बड़ी चौपड़ से मेट्रो को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया। हरी झंडी दिखाते ही मेट्रो बड़ी चौपड़ से मानसरोवर के लिए रवाना हो गई।

इस मौके पर परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास, मेट्रो सीएमडी भास्कर ए सावंत सहित कई अधिकारी सएमआर में मौजूद रहे तो बड़ी चौपड़ पर मुख्य सचेतक महेश जोशी और विधायक अमीन कागजी के साथ कई अधिकारी वहां मौजूद रहे।

शहर के व्यस्ततम और हैरिटेज इलाके में बिना किसी दुर्घटना के काम संपन्न हुआ

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज का दिन स्वर्णिम अक्ष्ररों में लिखा जाएगा। जहां यह काम चल रहा था वहां हैरिटेज के साथ काफी व्यस्त इलाका था। मंदिर को शिफ्ट करना मकानों दुकानों को कोई नुकसान नहीं पहुंचे इसका ध्यान रखना कुल मिलाकर बड़ी चुनौती था।

बिना दुर्घटना के इतना बड़ा काम हो जाना आश्चर्य की बात है। मेट्रो साइट से मंदिर शिफ्ट किए गए, पेड़ों को भी काटा नहीं गय उन्हें अन्य जगह रोपा गया यह आसान नहीं था। केवल नौ पेड़ ही काटे गए। सीएम ने कहा कि इस सारे काम में जयपुरवासियों को पूर्ण सहयोग रहा।

जोधपुर का भी ध्यान रखा करें

मुख्यमंत्री ने यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल को मेट्रो के काम के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि वे जयपुर और कोटा का ध्यान रखते हैं। मेरी उनसे शिकायत रहती है कि वे जोधपुर का भी उतना ही ध्यान रखें। सीएम ने कहा कि धारीवाल तीसरी बार यूडीएच मंत्री बने हैं और जयपुर के विकास में उनका अहम योगदान रहा है।

स्मार्ट कार्ड से ही होगी एंट्री

मेट्रो में स्मार्ट कार्ड से ही एंट्री होगी। कार्ड 100 रुपए में हर मेट्रो स्टेशन पर उपलब्ध है। इसमें से 50 रुपए सिक्यूरिटी राशि होगी और 50 रु की यात्रा कर सकेंगे। इसके बाद इसे मेट्रो वेबसाइट, डेबिट, क्रेडिट कार्ड से रिचार्ज करा सकते हैं। कार्ड की मियाद 10 साल की है। एक कार्ड से परिवार को कोई भी सदस्य यात्रा कर सकता है। कार्ड खरीदने के लिए किसी दस्तावेज की जरूरत नहीं है।

11.3 किमी का सफर 26 मिनट में तय होगा

बड़ी चौपड़ से मानसरोवर के बीच मेट्रो की दूरी 11.3 किमी है। इस दूरी को तय करने में मेट्रो को 26 मिनट लगेंगे। एक ट्रेन को आने-जाने में 52 मिनट लगेंगे। बड़ी चौपड़ से मानसरोवर के बीच मेट्रो चलने में करीब 3149 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं। इससे बनने में 10 साल 2 महीने लगे हैं।

यह रहेगा मेट्रो का रूट

जयपुर मेट्रो मानसरोवर से शुरू होकर न्यू आतिश मार्केट, विवेक विहार, श्याम नगर, रामनगर, सिविल लाइन्स, रेलवे स्टेशन, सिंधी कैंप, चांदपोल होते हुए छोटी चौपड़ पहुंचेगी। इसमें नए स्टेशन बड़ी चौपड़, छोटी चोपड़ और चांदपोल गेट भी जुड़ गए हैं।

ई-रिक्शा से भी होगी सस्ती

मेट्रो ई-रिक्शा से भी सस्ती होगी। चांदपोल से बड़ी चौपड़ के बीच मेट्रो का किराया सिर्फ 6 रुपए होगा, जबकि चांदपोल से बड़ी चौपड़ के लिए ई रिक्शा 10 रुपए लेते हैं। वहीं अगर चांदपोल से छोटी चौपड़ जाएंगे तो भी 6 रुपए ही लगेगा। बड़ी चौपड़ से मानसरोवर जाएंगे तो 22 रुपए और चांदपोल से मानसरोवर का 18 रुपए किराया होगा।

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