सुप्रिया जाटव ने किया देश का नाम रोशन

जीते यूएस ओपन चैंपियनशिप में दो पदक

जयपुर। अन्नु /शर्मिला

मशहूर कराटे चैंपियन सुप्रिया जाटव ने एक बार फिर से देश का नाम रोशन कर दिया है। सुप्रिया ने अमेरिका के लॉस वेगास में हुई आयोजित यूएस ओपन कराटे चैंपियनशिप में अपने शानदार प्रदर्शन से दो मैडल अपने नाम कर लिए है। सुप्रिया जाटव ने 60 kg women elite division category में जापान को हराकर ब्रॉन्ज मैडल अपने नाम कर लिया तो वहीँ सुप्रिया ने मिक्स्ड इवेंट में स्वर्ण पदक जीता। 2019 में हुई आयोजित यूएस ओपन कराटे चैंपियनशिप में सुप्रिया ने स्वर्ण पदक जीता और ऐसा करने वाली पहली भारतीय महिला बन गयी। उन्होंने कॉमन वेल्थ में भी देश के लिए पदक जीते है।

आइए जानते हैं उनकी इस सफलता के पीछे की कहानी

6 साल की उम्र में शुरू की कराटे की ट्रेनिंग

सुप्रिया का जन्म 20 अक्टूबर 1991 में दाहोद ,गुजरात में हुआ। उनके पिता अमर सिंह जाटव एक आर्मी अफसर रहे है जिसके चलते सुप्रिया शुरू से ही अनुशासित रही है। जब वह मात्र 6 वर्ष की थी तब उनके पिता ने उनका एडमिशन ग्वालियर में स्धित कराटे सेंटर में करवा दिया था। ऐसा करने के पीछे उनकी एकमात्र यही मंशा थी की उनकी बेटी सेल्फ डिफेन्स सीखे ताकि कोई संकट आए तो दृढ़ता से उसका सामना कर सके। उनके पिता को तब यह कहाँ पता था कि उनकी बेटी कराटे को ही अपने जीवन का लक्ष्य बना लेगी और उनका नाम ऊंचाइयों तक ले जाएगी।

2002 में सुप्रिया का सिलेक्शन साई धार (मध्य प्रदेश ) में होगया था जहां पहली बार वह अपने कोच जयदेव शर्मा से मिली थी। उन्ही के मार्गदर्शन में सुप्रिया ने इस खेल की सभी बारीकियों को सीखा और आगे बढ़ती गयी। 2006-07 में भोपाल में जब मध्य प्रदेश कराटे एकेडमी बनाया गया तो कोच जयदेव को ही चीफ कोच बनाया गया। फिर सुप्रिया भी इसी एकेडमी में आ गईं। तब से यहीं से खेल रही हैं।

लगातार तीन राष्ट्रीय कराटे चैंपियनशिप में पदक हासिल करने के लिए सुप्रिया भारत की कुमाइट कराटे एथलिट हैं। सुप्रिया ने अबतक कराटे चैंपियन में छह इंटरनेशनल गोल्ड, 22 नेशनल गोल्ड सहित 37 मेडल अपने नाम किये हैं। सुप्रिया को प्रदेश स्तर पर एकलव्य और विक्रम अवॉर्ड भी मिल चुका है।