
जम्मू कश्मीर में जैसे ही सर्दी शुरू होती है, वैसे ही लाइन आफ कंट्रोल पर सेना के लिए चुनौतियां बढ़ जाती हैं। यह चैलेंज होता है पाकिस्तान की तरफ से होने वाली इनफिल्ट्रेशन बिड्स का, यानी सीजफायर तोड़कर उसकी आड़ में आतंकियों की घुसपैठ करवाने का प्रयास। लेकिन, भारतीय सेना इस साल लगातार बढ़ रहे आतंकी घुसपैठ की कोशिशों को रोकने के लिए मल्टी टियर सिक्योरिटी सेट अप के साथ तैयार है।
नवम्बर 2003 में भारत और पाकिस्तान की सरकारों ने एलओसी पर सीजफायर एग्रीमेंट किया था। जिसके मुताबिक दोनों देशों की सेनाएं एक दूसरे पर गोलीबारी नहीं करेंगी। तीन साल तक यानी 2006 तक दोनों तरफ से इस सीजफायर को माना गया।

लेकिन, उसके बाद से पाकिस्तान ने लगातार सीजफायर का उलंघन किया। जिसकी आड में एलओसी के करीब बनाये गए आतंकी लॉन्चपैड्स से घुसपैठ की न सिर्फ कोशिशें हुईं, बल्कि पाकिस्तानी सेना ने घुसपैठ करवाने में मदद भी की।
सीजफायर तोडऩे के मामले में पाकिस्तान ने 2020 में पिछले 17 साल के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। इस साल पाकिस्तान की तरफ से 4100 से ज्यादा बार सीजफायर तोड़ा जा चुका है। नवम्बर में 128 बार, जबकि अक्टूबर में 394 बार सीजफायर का उलंघन हुआ। 2019 में 3233 बार सीजफायर उलंघन हुआ था। 2015 में 405 बार और उससे पहले 2014 में 583 बार सीजफायर तोड़ा गया।