
दुनिया में कोरोना मरीजों का आंकड़ा 7.45 करोड़ के ज्यादा हो गया। 5 करोड़ 23 लाख से ज्यादा लोग ठीक हो चुके हैं। अब तक 16 लाख 54 हजार से ज्यादा लोग जान गंवा चुके हैं। ये आंकड़े www.worldometers.info/coronavirus के मुताबिक हैं। अमेरिका में वैक्सीनेशन शुरू हो चुका है। यहां कुछ लोग वैक्सीन लगवाने से डर रहे हैं। इसी डर को दूर करने के लिए प्रेसिडेंट इलेक्ट जो बाइडेन अगले हफ्ते वैक्सीनेशन कराएंगे। जर्मनी में संक्रमण से मौतों का सिलसिला अचानक तेज हो गया है।
‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अलास्का में एक हेल्थ केयर वर्कर को वैक्सीनेशन के बाद गंभीर एलर्जिक रिएक्शन हुआ। वैक्सीनेशन के चंद मिनट बाद ही यह रिएक्शन हुआ। अस्पताल में रात गुजारने के बाद इस हेल्थ वर्कर को डिस्चार्ज कर दिया गया। खास बात यह है कि इस व्यक्ति की एलर्जिक हिस्ट्री भी नहीं थी। उसके चेहरे और माथे पर लाल धारियां उभर आईं थीं। सांस लेने में भी हल्की दिक्कत हुई।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जर्मन सरकार और यहां का हेल्थ रेग्युलेटर 27 दिसंबर को वैक्सीन को मंजूरी दे सकते हैं। सबसे पहले यह केयर होम्स में रह रहे बुजुर्ग लोगों को दी जाएगी। इसके बाद बाकी लोगों का नंबर आएगा। जर्मनी बायोएनटेक और फाइजर की वैक्सीन को मंजूरी देने जा रहा है।
वैक्सीनेशन के पहले जर्मनी में हालात बिगड़ रहे हैं। यहां बुधवार को एक दिन में 952 लोगों की मौत हुई। दुकानें, स्कूल और तमाम गैर जरूरी संस्थान बंद कर दिए गए हैं। जर्मनी में 11 दिन से हर दिन औसतन 400 लोगों की मौत हो रही है। दूसरी तरफ, फ्रांस ने 6 हफ्ते के सख्त लॉकडाउन से हालात बहुत हद तक काबू कर लिए हैं।