नरेश सालेचा ने रेलवे बोर्ड के राजस्व सदस्य का पद संभाला

सालेचा अब भारत सरकार में सचिव स्तर के अधिकारी होंगे

दरगाह नाज़िम अशफाक हुसैन की बेटी फराह आयकर विभाग में डिप्टी कमिशनर बनी

अजमेर। अजमेर के लोकप्रिय डीआरएम रहे नरेश सालेचा ने 30 दिसम्बर को रेलवे बोर्ड में सदस्य (राजस्व) का पद संभाल लिया है। सालेचा अब तक अतिरिक्त सदस्य के तौर पर काम कर रहे थे। ताजा पदोन्नति के बाद सालेचा भारत सरकार में सचिव स्तर के अधिकारी हो गए हैं। रेलवे बोर्ड में सदस्य राजस्व का पद महत्वपूर्ण माना जाता है। लेखा के क्षेत्र में सालेचा की अनेक उपलब्धियों को देखते हुए ही यह जिम्मेदारी दी गई है।

रेलवे बोर्ड के सदस्य की नियुक्ति की फाइल प्रधानमंत्री सचिवालय तक जाती है। देश भर में रेलवे की संपत्तियों के आंकलन और मूल्य के आधार पर लीज पर देने के कार्य में सालेचा की सराहनीय और पारदर्शी भूमिका रही। अब रेलवे की आय बढ़ाने में सालेचा की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। सालेचा को रेल मंत्री पीयूष गोयल का भरोसेमंद अधिकारी माना जाता है।

रेल मंत्री की अनुशंषा पर ही प्रधानमंत्री कार्यालय ने सालेचा को सदस्य राजस्व बनाने का निर्णय लिया है। मालूम हो कि सालेचा जब अजमेर में डीआरएम के पद पर कार्यरत थे, तब रेलवे स्टेशन के विस्तार की बड़ी योजना बनाई गई थी। इसके अंतर्गत ही गांधी भवन चौराहे के सामने रेलवे का नया एंट्री गेट का निर्माण करवाया गया। इस स्थान पर आरक्षण कक्ष, पार्किंग आदि की सुविधा भी उपलब्ध करवाई गई। इसी प्रकार रेलवे स्टेशन से क्लॉक टावर चौराहे तक आने के लिए रेलवे परिसर में ही फुट ओवर ब्रिज का निर्माण करवाया गया।

फराह बनी डिप्टी कमिशनर:
अजमेर स्थित ख्वाजा साहब की दरगाह की प्रबंध कमेटी के नाजिम और सेवानिवृत्त आईएएस अशफाक हुसैन की पुत्री फराह की पदोन्नति आयकर विभाग में डिप्टी कमिशनर के पद पर हुई है। भारतीय राजस्व सेवा की अधिकारी फराह अब तक उदयपुर में सहायक आयुक्त के पद पर कार्यरत थीं।