
ग्रेटा थनबर्ग टूलकिट मामले में पर्यावरण एक्टिविस्ट दिशा रवि की गिरफ्तारी को लेकर दिल्ली पुलिस लगातार सवालों के घेरे में हैं। इस मामले में आज दिल्ली पुलिस के कमिश्नर एसएन श्रीवास्तव ने अपना पक्ष रखा।
वहीं पुलिस द्वारा जिस जूम मीटिंग की बात अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में कही गई थी उसमें कौन-कौन शामिल है उसे लेकर पुलिस ने जूम को पत्र लिखा है। वहीं टूलकिट मामले में खालिस्तानी एंगल के बाद पाकिस्तान के आईएसआई का नाम भी जुड़ रहा है। इस मामले में आरोपी निकिता जैकब और शांतनु की अग्रिम जमानत की याचिका पर आज सुनवाई भी होनी है।
दिल्ली पुलिस कमिश्नर एसएन श्रीवास्तव ने कहा कि, दिशा रवि की गिरफ्तारी कानून और प्रक्रियाओं का पालन करते हुए हुई है। कानून 22 साल और 50 साल की उम्र में कोई अंतर नहीं करता। कोर्ट ने गिरफ्तारी को सही मानते हुए 5 दिन की पुलिस हिरासत में भेजा। जो लोग कहते हैं कि गिरफ्तारी में कोई कमी है ये बिल्कुल मिथ्या है।

दिल्ली पुलिस ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले एप जूम को पत्र लिख कर, कथित तौर पर खालिस्तान समर्थक एक समूह द्वारा किसानों के प्रदर्शन के समर्थन में टूलकिट तैयार करने के लिए 11 जनवरी को आयोजित ऑनलाइन बैठक में शामिल हुए लोगों के संबंध में जानकारी मांगी है।
पुलिस ने आरोप लगाया है कि गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर परेड के दौरान राष्ट्रीय राजधानी में हुई हिंसा से कुछ दिन पहले जूम एप पर आयोजित बैठक में मुम्बई की वकील निकिता जैकब और पुणे के इंजीनियर शांतनु सहित 70 लोगों ने हिस्सा लिया था।