प्रदेश में एक बार फिर सरकार चुनाव करवाने की तैयारियों में जुटी, जयपुर जिला परिषद और पंचायत समिति की आरक्षण की लॉटरी निकाली जाएगी

प्रदेश में कोरोना संक्रमण भले ही कमजोर पड़ गया हो, लेकिन तीसरी लहर का खतरा अभी बरकरार है। इसके बावजूद राजस्थान में एक बार फिर सरकार चुनाव करवाने की तैयारियों में जुट गई है। ये चुनाव गांव में सरकारें बनाने के लिए करवाए जाएंगे।

राज्य में वर्तमान में 12 जिले ऐसे है, जहां जिला परिषद और उन जिलों की पंचायत समितियों में चुनाव करवाए जाने हैं। इसी क्रम में आज जयपुर जिला परिषद के 51 वार्डों और पंचायत समिति पावटा और बस्सी के 50 वार्डों की आरक्षण की लॉटरी निकाली जाएगी।

जयपुर में करीब 17 माह से जिला प्रमुख की कुर्सी खाली है। साथ ही जयपुर के अलावा अन्य 11 जिलों में भी पंचायतों में न तो प्रधान है और न ही स्थानीय सरकार। इधर जिला परिषद और पंचायत समिति सदस्यों के चुनाव को लेकर शुरू हुई सुगबुगाहट के बाद ग्रामीण क्षेत्रों में पिछले लम्बे समय से शांत बैठे नेता फिर सक्रिय होने लगे हैं।

जानकारी के मुताबिक कोरोना संक्रमण का प्रकोप कम होने और कानूनी अड़चने दूर होने के बाद सरकार पंचायत समिति सदस्यों और जिला परिषदों के चुनाव कराने की तैयारी में है। जयपुर जिला परिषद के 51 वार्डों और दो पंचायत समिति पावटा और बस्सी के 50 वार्डों की फिर से आरक्षण की लॉटरी निकलेगी। जिला प्रशासन से मिली जानकारी के मुताबिक आज शाम 4 बजे जयपुर कलेक्ट्रेट सभागार में विधायकों की मौजूदगी में लॉटरी के जरिए वार्डों का आरक्षण तय होगा।

गौरतलब हैं की जयपुर जिले की सभी पंचायत समितियों और जिला परिषद में बोर्ड का 7 फरवरी 2020 को कार्यकाल खत्म होने के साथ ही यहां की कमान प्रशासकों के हाथों में आ गई थी। तब से जयपुर जिला प्रमुख की कुर्सी खाली पड़ी है।

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