
तालिबान ने कहा है कि इस्लाम के जानकार ही अफगानिस्तान में सरकार को चलाएंगे। तालिबान ने बताया कि 20 साल के अपने संघर्ष को खाली नहीं जाने देंगे। नई सरकार की अगुवाई इस्लाम को जानने वाले ही करेंगे। अफगानिस्तान की खामा प्रेस के मुताबिक, तालिबान ने कई धार्मिक जानकारों को बुलाया है। तालिबान उनसे मजबूत राजनीतिक व्यवस्था तैयार करने के लिए समर्थन मांगने जा रहा है।
जबीउल्ला मुजाहिद ने कहा है वह एक समावेशी सरकार बना रही है जिसमें सभी लोगों के अधिकार सुरक्षित होंगे। उन्होंने कहा कि भाषा, संप्रदाय और विचार भले ही अलग हों, लेकिन हर किसी को अफगानिस्तान की तरक्की के लिए आगे आकर और साथ मिलकर काम करना चाहिए।

पाकिस्तान ने तालिबान प्रमुख हेब्तुल्ला अखुंदजादा को आतंकी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के मोस्ट-वॉन्टेड आतंकियों के नाम सौंपे हैं। ये संगठन अफगानिस्तान में सक्रिय है। पाकिस्तान इन आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई चाहता है।
खबरों के मुताबिक, पाकिस्तान का दावा है कि टीटीपी अफगानिस्तान की धरती का इस्तेमाल क्रॉस-बॉर्डर आतंक फैलाने के लिए कर रहा है। अखुंदजादा ने पाकिस्तान के इस दावे की जांच करने के लिए तीन सदस्यों की कमेटी का गठन किया है।