सात दिवसीय योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा शिविर का समापन

योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा एक स्वस्थ जीवन जीने की कला एवं विज्ञान है – मदनलाल भाटी, जिला एवं सत्र न्यायाधीश, बीकानेर

राष्ट्रीय कृषि उच्च शिक्षा परियोजना (NAHEP) के अंतर्गत स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय, बीछवाल परिसर में स्थित योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र पर चल रहे सात दिवसीय “योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा प्रशिक्षण शिविर” का आज दिनांक 31 अगस्त 2021 को समापन हुआ।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि- बीकानेर के जिला एवं सत्र न्यायाधीश मदनलाल भाटी व कार्यक्रम अध्यक्ष – स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आर पी सिंह, प्रो. एन के शर्मा, डॉ. नरेंद्र पारीक, डॉ. प्रसन्नलता आर्य ने महर्षि पतंजलि के चित्र समक्ष दीप प्रज्ज्वलन करके किया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मदनलाल भाटी, जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुवे कहा कि योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति एक स्वस्थ जीवन जीने की कला एवं विज्ञान हैं। आज के वर्तमान समय मे स्वस्थ व सुखी जीवन के लिये, हमें इस पद्धति की अति आवश्यक हो गई है।

सभी चिकित्सा पद्धति अपने – अपने क्षेत्र में उत्तम कार्य कर रही है, लेकिन अपने हजारों वर्ष पुरानी स्वदेशी योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति का भी हमे समय – समय पर निरोगी रहने के लिये लाभ लेते रहना चाहिये। यह पंच महाभूतों ( पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु एवं आकाश तत्व) पर आधारित सहज, सरल व सुलभ चिकित्सा पद्धति है। यह हमें मानसिक, शारीरिक, बौद्धिक एवं आध्यात्मिक रूप से भी एक स्वस्थ जीवन जीने के लिए प्रेरित करती है।

स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आर पी सिंह ने संबोधित करते हुवे कहा कि योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा, कम लागत व तनाव मुक्त उपचार के क्षेत्र में अग्रणी हैं। मानव इस पथ पर चल कर, जीवन में पूर्ण सुख, शांति व आनंद प्राप्त कर सकता है। आज योग सुस्वास्थ्य एवं दीर्घ जीवन जीने की कला के रूप में पूरे विश्व में लोकप्रिय हो रहा हैं। हमें बिना किसी समस्या के जीवन भर तंदुरुस्त रहने का सबसे अच्छा, सुरक्षित, आसान और स्वस्थ तरीका योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा है।

राष्ट्रीय बीज परियोजना के प्रभारी एवं अति. निदेशक अनुसंधान प्रो. एन के शर्मा ने शिविर का प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुवे कहा कि राष्ट्रीय कृषि उच्च शिक्षा परियोजना के अंतर्गत इस शिविर का आयोजन किया गया। वर्तमान कोरोना महामारी के समय मे अनेक लोगो ने योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा के क्रियाओं के अभ्यास से उत्तम स्वास्थ्य प्राप्त किया है।

इस लिये आगामी संभावित कोरोना की तीसरी लहर से बचाव हेतु योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा के द्वारा रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने व सात्विक पौष्टिक आहार, काढ़ा, घरेलू उपचारआदि के प्रशिक्षण हेतु यह सात दिवसीय शिविर का आयोजन किया गया । भविष्य में भी आवश्यकता अनुसार ऐसे शिविरो का आयोजन करते रहेंगे।

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