
जिला कलक्टर ने महिलाओं को दिया व्यवसाय को कामयाब करने का गुरूमंत्र
हनुमानगढ़। ग्रामीण विकास मंत्रालय के अधीन एसबीआई ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान हनुमानगढ़ के द्वारा आयोजित ब्यूटीपार्लर मैनेजमेंट प्रशिक्षण का समापन समारोह पूर्वक संपन्न हुआ। समापन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला कलक्टर नथमल डिडेल, विशिष्ट अतिथि स्टेट बैक के सहायक महाप्रबंधक एसएस मीणा, जिला अग्रणी बैक मुख्य प्रबंधक राजकुमार थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्थान के डायरेक्टर सी.एस. परमार ने की।
कार्यक्रम की शुरुआत अतिथियों द्वारा मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर की। कार्यक्रम के तहत अतिथियों ने संस्थान द्वारा पूर्व में चलाये गये विभिन्न प्रशिक्षणों में प्रशिक्षणार्थियों द्वारा बनाई गई हस्तनिर्मित टेडीबियर, अगरबत्ती, सिलाई, कढ़ाई, बुनाई, पेंटिंग सहित अन्य वस्तुओं का अवलोकन किया जिसकी अतिथियों ने भूरी भूरी प्रशंसा की। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला कलक्टर नथमल डिेडेल ने महिलाओं द्वारा लिये गये उक्त प्रशिक्षण की सराहना करते हुए कहा कि सशक्त समाज में महिलाओं की महती भूमिका है।
कोई भी व्यवसाय शुरू करने से पूर्व आप आर्थिक रूप से मजबूत होने चाहिए और इसके लिये आरसेटी सहित जिले के समस्त बैक आपका सहयोग करने के लिये तत्पर हैं। उन्होने महिलाओं को व्यवसाय में कामयाब होने का गुरु मंत्र देते हुए कहा कि व्यवसाय को कामयाब करने के लिये छोटी छोटी बारीकियों पर कार्य करना आवश्यक है अगर आप बारिकियों का ध्यान रखते हुए और अच्छे व्यवहार के साथ कार्य करते हैं तो माउथ पब्लिसिटी जो आपका ग्राहक आपके लिये करेगा वो ही आपके व्यवसाय को कामयाब करने में सार्थक होगी। उन्होंने महिलाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि आपको दिया गया प्रशिक्षण तभी सफल होगा जब आप इस प्रशिक्षण का लाभ लेकर अपना व्यवसाय आरम्भ करेंगे।
उन्होने कहा कि प्रतिस्पर्द्धा के युग में आप कोई भी व्यवसाय करें, अनेक लोग आपकी आलोचना करेंगे परन्तु आप अपनी मेहनत पर विश्वास रखते हुए सही नियति से कार्य करें तो आपका कार्य आपके व्यवसाय को आगे बढ़ाने में सहयोग करेगा। विशिष्ट अतिथि सहायक महाप्रबंधक श्री एसएस मीणा और जिला अग्रणी बैंक के मुख्य प्रबंधक श्री राजकुमार ने जिला कलक्टर को आश्वस्त किया कि अगर आरसेटी का कोई भी प्रतिभागी अपना व्यवसाय आरम्भ करने के लिये वित्तीय सहायता हेतु ऋण आवेदन करता है तो उसे प्राथमिकता देते हुए वित्तीय सहायता उपलब्ध करवाई जायेगी।
संस्था निदेशक श्री सी.एस. परमार ने बताया कि उक्त प्रशिक्षण में 34 प्रतिभागियों को मास्टर ट्रेनर मनप्रीत सोनी ने प्रशिक्षण दिया। उन्होने बताया कि उक्त 30 दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रतिभागियों ने सफलतापूर्वक परीक्षा में शत प्रतिशत परिणाम प्राप्त किया। उन्होंने बताया कि सभी प्रशिक्षणार्थियों को आरसेटी के सहयोग से वित्तीय संस्थानों द्वारा ऋण दिलवाकर आत्मनिर्भर बनाने में और व्यवसाय आरम्भ करने में हर संभव मदद की जायेगी। उन्होने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को आत्मनिर्भर बनाना ही आरसेटी का प्रथम व मुख्य उद्देश्य है।
ज्ञात रहे कि उक्त प्रशिक्षण कार्यक्रम में सभी प्रतिभागियों ने नि:शुल्क प्रशिक्षण प्राप्त किया जिसके दौरान नि:शुल्क भोजन व रहने की व्यवस्था की गई। कार्यक्रम के अंत में अतिथियों द्वारा सभी प्रशिक्षणार्थियों को अतिथियों द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर प्रोत्साहित व सम्मानित किया और सभी उपस्थित लोगों से आह्वान किया कि अपने क्षेत्र के ग्रामीण महिलाओं को आरसेटी के माध्यम से चलाये जा रहे विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों से जोड़े ताकि वह अपना स्वरोजगार स्वयं कमा सके और आत्मनिर्भर बन सके।
निकट भविष्य में संस्थान में महिलाओं हेतु ब्यूटी पार्लर प्रशिक्षण व वुमेन्स टेलर प्रशिक्षण कार्यक्रम एवं पुरूषों के लिए बकरी पालन, डेयरी फार्मिग आदि के प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाए जाएंगे। जिसके लिये रजिस्ट्रैशन जारी है। कार्यक्रम के पश्चात जिला कलक्टर द्वारा आरसेटी में आवासीय व भोजन प्रबंधन का औचक निरीक्षण किया जिसमें कलक्टर ने भोजन व्यवस्था व आवासीय प्रबंधन पर संतोष जताया। इस मौके पर स्टॉफ सदस्य श्री अनिल राठौड़,श्री गणेशराम,श्री रितिक अरोड़ा मौजूद थे।
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