
जयपुर। प्रदेश के कोरोना हॉटस्पॉट बने इलाकों में पालतू जानवरों की मेडिकल जांच अब तक नहीं हुई है। संक्रमित इलाकों में जानवरों के भी कोरोना जांच करवाने की मांग उठने लगी है।
कोरोना पॉजिटिव पाए गए मरीजों के सम्पर्क में आने वाले पालतू जानवरों में कहीं संक्रमण नहीं हो इसे लेकर कई तरह की आशंकाएं हैं।
पालतू जानवरों में कहीं संक्रमण नहीं हो
राजधानी जयपुर के रामगंज , टोंक,जोधपुर, बीकानेर , झुंझुनू सहित किसी भी जिले में अब तक संक्रमित लोगों के घरों के आसपास के पालतू जानवरों की मेडिकल जांच नहीं हुई है। इसे लेकर कई राजनीतिक और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने चिंता जाहिर की है।
कांग्रेस अभाव अभियोग प्रकोष्ठ के संयोजक पंकज शर्मा काकू ने सीएम अशोक गहलोत को पत्र लिखकर कोरोना संक्रमित लोगों वाले इलाके के पालतू जानवरों की मेडिलक जांच की मांग की है।
काकू ने पत्र में लिखा, कोरोना प्रभावित इलाकों में पालतू जानवरों की मेडिकल जांच नहीं हुई है,कोरोना पॉजिटिव पाए गए लोगों के संपर्क में आए जानवरों से संक्रमण का खतरा है इसलिए जानवरों में कोरोना संक्रमण की जांच जरुरी है।
वेटरिनरी डॉक्टर्स की टीम से करवाएं पालतू जानवरों का कोरोना टेस्ट: सीएम को लिखे पत्र में काकू ने तर्क दिया गया कि कोरोना प्रभावित क्षेत्रों में मरीज अधिकांश एक ही परिवार के और एक ही मोहल्ले या कॉलोनी के पाए जा रहे हैं।
इन्हीं परिवारजनों के यहां पर पालतू पशु जैसे गाय, बकरी, मुर्गी कुत्ता, या कबूतर पाले जाते हैं।
पालतू जानवरों की मेडिकल जांच नहीं हुई है
संभव है कि जब इंसान से इंसान में यह बीमारी आसानी से फेल रही है तो हमारे यहां रहने वाले पालतू जानवरों को भी यह बीमारी हो सकती है। प्रभावित इलाकों में वेटरनरी डॉक्टरों को जानवरों की जांच के लिए भेजना जरूरी है।
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न्यूयॉर्क जू में बाघ कोरोना संक्रमित
न्यूयॉर्क जू में बाघ के कोरोना संक्रमित होने के घटना के बाद प्रदेश के सभी जू को सेनिटाइज करवाया गया था, सीएम अशोक गहलोत ने प्रदेश के सभी जू और बायोलॉजिकल पार्क्स में वन्य जीवों के स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए सभी एहतियातन उपाय करने के निर्देश दिए थे। चिकित्सा विभाग के एसीएस रोहित कुमार सिंह का कहना है कि कोरोना प्रभावित इलाकों में जानवरों के टेस्ट को लेकर आगे फैसला किया जाएगा, यह मुद्दा सामने आया है।