
बारिश का ठहरा पानी बढ़ा रहा है खतरा, इस माह तीन डेंगू मरीज आए
श्रीगंगानगर। बारिश के बाद बदलते मौसम और पानी के ठहराव के चलते मच्छर जनित बीमारियों की आशंका बढ़ गई है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग ने मौसमी बीमारियों से संबंधित आवश्यक गतिविधियां तेज कर दी है और विभाग ने आमजन से भी अपील की है कि वे सावधानी बरतें, मच्छरों को पनपने न दें एवं नियमित रूप से साफ-सफाई करें ताकि बीमारियों को रोका जा सके। इन दिनों डेंगू, मलेरिया व चिकनगुनिया की आशंका बढ़ी है, लिहाजा एहतियात बेहद जरूरी है।
सीएमएचओ डॉ. गिरधारी लाल मेहरड़ा ने बताया कि राज्य के कुछ जिलों सहित पड़ोसी राज्य पंजाब में मच्छर जनित बीमारियों के मरीज सामने आ रहे हैं और सितंबर माह में जिले में भी डेंगू के तीन मरीज मिले हैं, इसलिए हमें अभी से सतर्क व सजग रहना होगा। इन बीमारियों पर अंकुश लगाने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी मच्छरों को पनपने से रोकना है इसलिए हमें अपने घर से शुरूआत करनी होगी। घर में रखे गमले, मटके, छतों पर अनावश्यक पड़े टायर, कबाड़ आदि में मच्छर पनपते हैं। बेम्बू, बोतल आदि में लगे पौधों में भी लार्वा पैदा हो जाते हैं, इनके पानी को सप्ताह में दो बार अवश्य बदलें।
नियमित रूप से सफाई अभियान घर में भी चलाएं। घरों के आस-पास भी पानी एकत्रित न होने दें। कूलर व फ्रीज के पीछे लगी ट्रे को नियमित रूप से साफ करें। सीओआईईसी विनोद बिश्रोई ने बताया कि विभाग ने गतिविधियां तेज करते हुए सभी अधिकारियों व कार्मिकों को गंभीरता बरतने के निर्देश दिए हैं। विभागीय टीमें नियमित सर्वे के साथ ही आमजन को जागरूक कर रही है।
आमजन इन दिनों पूरी बाजू के कपड़े पहनें। बुखार आदि होने पर झोलाछाप लोगों के पास न जाएं बल्कि नजदीकी चिकित्सालय में संपर्क करें। नीम की पत्तियों का धुंंआ घर में फैलाएं, पानी के बर्तन को खुला न रखें, किचन एवं बाथरूम को सूखा रखें, कूलर का पानी सुबह-शाम बदलें। शरीर पर मच्छर को दूर रखने वाली क्रीम लगाएं। सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें। घर के आस-पास मच्छर मारने वाली दवा का छिडक़ाव करवाएं।
ये हैं डेंगू के लक्षण
डिप्टी सीएमएचओ डॉ. करण आर्य ने बताया कि डेंगू के शुरुआती लक्षणों में रोगी को तेज ठंड लगती है, भूख कम लगती है, सिरदर्द, कमरदर्द, चमड़ी के नीचे लाल धब्बे होना और आंखों में तेज दर्द हो सकता है। इसके साथ ही उसे लगातार तेज बुखार रहता है।
इसके अलावा, जोड़ों में दर्द, बेचैनी, उल्टियां, लो ब्लड प्रेशर जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं। चूंकि डेंगू वायरस के कारण होता है इसलिए इसका उपचार किसी एक तरह से संभव नहीं है। ऐसे में जरूरी है कि इन लक्षणों को पहचानकर व्यक्ति बिना देरी के चिकित्सक से मिले और इसका उपचार करवाए। इस दौरान अधिक से अधिक पानी व पेय पदार्थ लेना चाहिए और आराम करना जरूरी है। बुखार होने पर केवल पेरासिटामोल लें और तुरंत चिकित्सक को दिखाएं।
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