
एफडीआई को लेकर भारत में बदले गए नीति नियमों को लेकर चीन की बौखलाहट सामने आई है। एक समाचार एजेंसी के मुताबिक चीनी दूतावास के प्रवक्ता ने को कहा कि कुछ खास देशों से डायरेक्ट विदेशी निवेश के लिए भारत के नये नियम डब्ल्यूटीओ यानि वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गनाइजेशन के गैर-भेदभाव वाले सिद्धांन्त का उल्लंघन करते हैं और मुक्त व्यापार की सामान्य प्रवृत्ति के खिलाफ हैं।
एफडीआई को लेकर बदले गए नियमों को लेकर चीन की बौखलाहट सामने आई
चीनी दूतावास के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, ‘भारतीय पक्ष द्वारा विशिष्ट देशों से निवेश के लिए लागू किए नियम डब्ल्यूटीओ के गैर-भेदभाव वाले सिद्धांत का उल्लंघन करती हैं और उदारीकरण तथा व्यापार और निवेश को बढ़ावा देने की सामान्य प्रवृत्ति के खिलाफ हैं।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एफडीआई यानि फॉरेन डायरेक्ट इंवेस्टमेंट के कुछ विशेष नियमों में बदलाव की घोषणा की है।
एफडीआई नियम मुक्त व्यापार की प्रवृत्ति के खिलाफ, चीनी ने कहा
अब नए नियमों के बाद भारत में के पड़ौसी देश चीन, पाकिस्तान, बांग्लादेश कंपनियां या व्यक्ति अब सरकारी रास्ते से ही भारत में निवेश कर पाएंगी। कोरोना महामारी के दौरान चीनी निवेश और भारतीय कंपनियों के टेकओवर को रोकने के लिए सरकार ने बड़ा कदम उठाया है।
कोरोना वायरस महामारी संकट के देखते हुए भारतीय बाजार में काफी गिरावट आई है। कंपनियों के गिरते शेयर को देखते हुए चीनी कंपनियों ने भारत में काफी बड़ा निवेश किया हे।
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ऐसे में चीनी कंपनियों को भारत में आने से रोकने के लिए काफी हंगामा हुआ था। ऐसे में सरकार को देश में मंदी से उबारने ओर नौकरियों को बचाने के लिए यह कदम उठाना पड़ा है। प्रधानमंत्री के इस कदम पर कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी उन्हें धन्याद दिया था।