सप्तक संस्था : फिर याद आयेंगे ये पल में गूंजे सुरीले नगमे

Music and art event

दी गई सिने जगत के जाने माने गायकों को श्रद्धांजली
सप्तक संवाद के दूसरे अंक का विमोचन किया गया

जयपुर। ’सप्तक-सोसायटी ऑफ म्यूज़िक आर्ट एन्ड कल्चर’ ( सप्तक संस्था ) की ओर से दस सितंबर को जवाहर कला केन्द्र जयपुर के रंगायन सभागार में ’फिर याद आयेंगे ये पल’ संगीत संध्या का आयोजन किया गया । दीप प्रज्वलन के पश्चात सप्तक की सामूहिक प्रस्तुति हम रहे या ना रहे याद आयेंगे ये पल से कार्यक्रम की शुरुआत की गई ।

सप्तक संस्था

सप्तक की ओर से आयोजित संध्या में भारतीय सिने जगत के जाने माने गायकों को उन्ही के गीतो से श्रद्धांजली दी गई जिन्होंने भारतीय सिनेमा को एक नया अंदाज नई परिभाषा एवम नया आयाम दिया। इस खूबसूरत संगीत संध्या में भारतीय सिने जगत के जाने माने पार्श्व गायक किशोर कुमार,मुकेश ,मोहम्मद रफी,भूपेंद्र एवम केके के मशहूर नगमे सुरीले अंदाज में पेश किए गए। इस सुरमई संगीत संध्या में सप्तक के 24 कलाकारों ने नए पुराने नगमें सुनाकर अपनी परिपक्व गायकी का परिचय दिया ।

सप्तक संस्था

इस सुरों से सजी महफिल में बेबी मान्या एवम बेबी नवनीत ने अपनी मनमोहक प्रस्तुतियां देकर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस सुरमई संध्या का प्रभावी संचालन एंकर मनीषा शर्मा एवम एंकर तनिषा ने किया । कार्यक्रम में राजेश गोस्वामी,प्रबोध गोस्वामी, डॉ मुकुल तैलंग ,सुरेंद्र विजयवर्गीय,अभिजीत जोशी ,गौरव शर्मा, राखी तैलंग ,स्वाति सक्सेना ,प्रांगल चौहान ,विनीता कोडवानी,अजय सक्सेना ,रितिका तंवर,सीमा मुंजाल ,मानव सिंह,अनन्या,तिथि एवम खुशी ने सप्तक संध्या को सुरमई बना दिया । कार्यक्रम में सप्तक ऑडिशंस से चुने गए कलाकारों को प्रशस्ति पत्र दिए गए।

सप्तक संस्था

डॉ रुचि राजेश गोस्वामी के संचालन में आयोजित इस संगीत कार्यक्रम में सभी कलाकार 50 के दशक से लेकर आज तक के फिल्म संगीत के विभिन्न पड़ावों को अपनी आवाज के माध्यम से साकार किया । ’सप्तक- के एडवाइजर डॉ मुकुल तैलंग ने बताया की इस ग्रुप का मुख्य उद्देय संगीत की विभिन्न विधाओं में रूचि रखने वाली प्रतिभाओं को निखारना एवं उन्हें एक मंच प्रदान करना है।

सप्तक संस्था

इस संदर्भ में सप्तक संस्था के कोऑर्डिनेटर प्रबोध गोस्वामी ने बताया कि इस अवसर पर सांस्कृतिक न्यूजलेटर सप्तक संवाद भी वितरित किया गया।