यूपी में बुल्डोजर कार्रवाई: मां- बेटी की जलकर मौत, वीडियो वायरल, अफसरों पर FIR

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कानपुर। कानपुर देहात में बीते दिन बुलडोजर से अतिक्रमण हटाने के दौरान मां-बेटी की जलकर मौत हो गई। इस दर्दनाक घटना के बाद गांव के लोगों में रोष पैदा हो गया जिसके बाद ग्रामीणों ने देर रात तक जमकर प्रदर्शन किया और आरोपी अफसरों पर कार्यवाही की मांग की। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताकि, इस घटना के लिए जिम्मेदार अफसरों समेत कई लोगों पर FIR दर्ज कर ली गई है। इसके साथ ही जेसीबी ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया गया है और लेखपाल को सस्पेंड कर दिया गया। इस घटना का वीडियो अब वायरल हो गया है। इस वीडियो में प्रमिला और उनकी बेटी दिखाई दे रहे हैं। जैसे ही झोपड़ी पर बुलडोजर चलाने की कार्रवाई शुरू होती है तो प्रमिला की आवाज आती है कि हम जान देंगे और वो दरवाजा बंद करती है। चंद सेकेंड बाद ही झोपड़ी के दरवाजे पर महिला पुलिसकर्मी पहुंचती हैं। इसी दौरान प्रमिला चिल्लाती है कि आग लगा दी है इन लोगन ने आग लगा दी है।

इसी बीच एक शख्स चिल्लाता है कि पानी ले लाओ आग लगा ली है। प्रमिला फिर चिल्लाती है कि इन लोगों ने आग लगा दी। लेकिन वायरल हो रहे वीडियो से लग रहा है कि मां-बेटी ने आग नहीं लगाई थी, क्योंकि वह चिल्ला रही थीं कि आग लगा दी है इन लोगन ने…

मृतका प्रमिला के पति कृष्ण गोपाल दीक्षित ने कहा, “बुलडोजर लेकर एसडीएम और तहसीलदार आए थे। इनके साथ अशोक दीक्षित, अनिल दीक्षित, पुतनिया और गांव के कई लोग और भी थे। ये लोग अधिकारियों से बोले कि आग लगा दो….तो अफसरों ने आग लगा दी। मैं और बेटा तो किसी तरह झोपड़ी से बाहर निकले, लेकिन मां-बेटी अंदर रह गई और जलकर उनकी मौत हो गई। हम लोगों को जलता हुआ छोड़कर ही अफसर लोग भाग गए। किसी ने किसी तरह की कोई मदद नहीं की।

वहीं, प्रमिला के बेटे शिवम के आरोपों के मुताबिक, जेसीबी ड्राइवर दीपक ने बुलडोजर चलाकर झोपड़ी गिरवा दी, लेखपाल अशोक सिंह ने आग लगाई थी और एसडीएम ज्ञानेश्वर प्रसाद ने कहा था कि आग लगा दो, कोई बचने न पाए। फिलहाल आग कैसे लगी? इसे लेकर अभी स्थिति साफ नहीं है, पुलिस जांच में जुटी है।