जेकेके में प्रतिभागियों ने सीखी ‘जयपुर कथक घराने’ की बारीकियां

jkk
jkk
  • आज ‘जयपुर कथक’ सेशन का संचालन करेंगीं नमिता जैन
  • ऑनलाइन लर्निंग्स – चिल्ड्रन्स समर फेस्टिवल के तहत
  • 27 जून तक होगा आयोजन

जयपुर । ‘ऑनलाइन लर्निंग्स – चिल्ड्रन्स समर फेस्टिवल’ के तहत प्रतिभागियों ने ‘जयपुर कथक’ सेशन में (छठे दिन, गुरुवार को) जयपुर कथक घराना शैली के नृत्य के गुर सीखे। ‘जयपुर कथक’ के 3 दिवसीय ऑनलाइन लर्निंग सेशन का संचालन कथक व्याख्याता नमिता जैन कर रहीं हैं। सेशन के दौरान प्रतिभागियों को विभिन्न नृत्य मुद्राएं, हाथों के हाव-भाव, पैरों की मुद्राएं, आदि सीखने का अवसर मिला। यह सेशंन प्रतिभागियों के लिए नृत्य कौशल सीखने, कथक ज्ञान प्राप्त करने और वर्तमान दौर में नृत्य का महत्त्व समझने का एक अनूठा अवसर साबित हुआ।

चिल्ड्रन्स समर फेस्टिवल’ के छठे दिन, गुरुवार को प्रतिभागियों ने ‘जयपुर कथक’ सेशन में जयपुर कथक घराना शैली के नृत्य के गुर सीखे।

सेशन की शुरूआत में प्रतिभागियों को कथक नृत्य शैली के बारे में जानकारी दी गई। कथक शब्द ‘कथा’ से लिया गया है जिसका अर्थ ‘कहानी’ और ‘कथाकार’ अथवा ‘कहानीकार’ से है। इस दौरान कथक की जयपुर घराना शैली की विशिष्टताओं को भी साझा किया गया। इसके बाद कथक में ‘ताल’ और ‘लय’ के महत्त्व समझाय़ा गया।

यह भी पढ़ें-10 दिवसीय पिंकसिटी फेस्टिवल : जेकेके में लोक नृत्य, नाट्य व संगीत प्रस्तुतियों का…

इसी तरह, कथक परफॉर्मेंस के दौरान बजाय जाने वाले वाद्य यंत्र एवं धुनों पर भी विस्तार से चर्चा की गई। सेशन में कथक नृत्य पर विस्तार से जानकारी साझा करने के बाद, कलाकार ने प्रतिभागियों के लिए नृत्य प्रदर्शन भी किया। उन्होंने नृत्य आरंभ करने से पहले ‘प्रणाम’ करके दिखाया कि कैसे नृत्य आरंभ करने से पहले आशीर्वाद लिया जाता है।

जेकेके, ऑनलाइन लर्निंग्स – चिल्ड्रन्स समर फेस्टिवल

कलाकार ने प्रतिभागियों को 16 मात्रा’ (16 बीट्स) की ‘तीन ताल’ के बारे में बताया जो कि कथक नृत्य का आधार है। ‘तीन ताल’ कथक में सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाने वाली ताल है। यह ‘ततकार’ (फुटवर्क) का एक हिस्सा है जो कथक की नींव है। इस सेशन में प्रतिभागियों को कथक की विशिष्ट परिभाषाओं जैसे कि आवर्तन, ताली, हस्तक आदि के बारे में भी जानकारी दी गई।

यह रहेगा आज के प्रोग्राम का शेड्यूल
आज ‘जयपुर कथक’ ऑनलाइन लर्निंग सेशन के दूसरे दिन कथक व्याख्याता नमिता जैन प्रतिभागियों को कथक के गुर सिखाएंगीं। सेशन की शुरूआत में गुरुवार के सेशन की लर्निंग्स को रिवाइज कराया जाएगा। शुक्रवार का सेशन ‘हस्त संचालन’ (हैंड पॉस्चर) पर केंद्रित होगा। नृत्य के दौरान मूवमेंट्स, मुद्राएं, ततकार सहित और भी बहुत कुछ सिखाया जाएगा।