मसल्स के लिए ठीक नहीं ज्यादा शराब पीना, स्टडी में खुलासा

शराब
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शराब का अधिक सेवन विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं से जुड़ा हुआ है, जिसमें लीवर सिरोसिस, कैंसर और हृदय रोग शामिल हैं, लेकिन हमारे लेटेस्ट अध्ययन में पाया गया है कि ये एकमात्र ऐसे मुद्दे नहीं हैं, जो अधिक शराब पीने का कारण हो सकते हैं। हमने पाया कि ज्यादा शराब पीने वालों की मांसपेशियों का स्तर उन लोगों की तुलना में कम था, जो शराब नहीं पीते थे, या सामान्य रूप से पीते थे। अपने अध्ययन के लिए हमने यूके बायोबैंक के डेटा का उपयोग किया। यह यूके में पांच लाख लोगों की जीवन शैली और स्वास्थ्य संबंधी जानकारी का एक बड़ा डेटाबेस है। हमने 37 से 73 वर्ष की आयु के लगभग 200,000 लोगों के डेटा को शामिल किया, जिसमें उनकी औसत शराब की खपत और उनकी मांसपेशियों को देखा गया।

हमने उन तमाम कारकों का अध्ययन किया जो हमारे विश्लेषण के परिणामों को प्रभावित कर सकते हैं, जैसे किसी व्यक्ति की शारीरिक गतिविधि का स्तर, उन्होंने कितना प्रोटीन खाया और क्या उन्होंने धूम्रपान किया। हमारे विश्लेषण ने पुरुषों और महिलाओं को अलग-अलग देखा क्योंकि दोनो के शरीर की संरचना में अंतर होता है। हमने अपने अध्ययन में केवल श्वेत प्रतिभागियों को ही शामिल किया क्योंकि हमारे पास अन्य जातीय समूहों के लोगों का बहुत कम डेटा था – और यह उन्हें अलग से मॉडल करने के लिए पर्याप्त नहीं था।

लेटेस्ट स्टडी में हुआ खुलासा

लेटेस्ट स्टडी में हुआ खुलासा
लेटेस्ट स्टडी में हुआ खुलासा

यूनिवर्सिटी ऑफ एंग्लिया की इस स्टडी में यह पता चला है कि ऐसे में लोग जो जरूरत से ज्यादा शराब पीते हैं, एक उम्र के बाद उनमें मसल्स लूजिंग का जोखिम ज्यादा रहता है। इस शोध में यह भी पता चला है कि जो लोग दिन में 10 या 10 से ज्यादा यूनिट शराब पीते हैं, उनकी मांसपेशियों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचता है और यह मिडिल एज तक आते-आते कमजोरी का कारण भी बन सकता है।

मांसपेशियों पर असर डालती है शराब

मांसपेशियों पर असर डालती है शराब
मांसपेशियों पर असर डालती है शराब

इस रिसर्च के तहत शोधकर्ताओं ने यूके बायोबैंक के डेटा की मदद से 37 से 73 वर्ष की उम्र के 200,000 लोगों पर रिसर्च की। रिसर्च में शामिल इन प्रतियोगियों में ज्यादातर लोगों की उम्र 50 से 60 के बीच थी। शोधकर्ता इसे सार्कोपेनिया कहते हैं, जिसका मतलब मांसपेशियों और ताकत की प्रगतिशील हानि है। इस स्थिति का मुख्य लक्षण मांसपेशियों में कमजोरी है। आमतौर पर उम्र के साथ यह समस्या देखने को मिलती हैस लेकिन जरूरत से ज्यादा शराब पीने और खराब लाइफस्टाइल की वजह से सार्कोपेनिया का तेजी से विकास होता है।

शरीर पर शराब के नकारात्मक प्रभाव

जब भी कोई व्यक्ति शराब का सेवन करता है, तो इससे शरीर में मौजूद केमिकल के कारण आपके शरीर में मांसपेशियों का टूटना आसान हो जाता है। ऐसे में शराब के अत्यधिक सेवन से मांसपेशियों की कोशिकाओं में मौजूद कैल्शियम की कार्यप्रणाली प्रभावित होती है। शराब के अत्यधिक सेवन से मसल्स की सेल्स पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। शराब शरीर में ग्लुकोकोर्टिकोइड्स को बढ़ाता है, जो मांसपेशियों के टूटने का कारण बनता है।

इसके अलावा अल्कोहल से शरीर में अमोनिया में वृद्धि होती है, जो मांसपेशियों के टूटने का कारण बनता है। साथ ही ज्यादा मात्रा में शराब पीने से धीरे-धीरे विटामिन बी, आयरन, जिंक, पोटेशियम और विटामिन डी की कमी होती है। इसकी वजह से प्रोटीन को मांसपेशियों में परिवर्तित करने और इसे रिपेयर करने की प्रक्रिया को प्रभावित भी करते हैं।

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