
गठिया की बीमारी बड़ों में होना कोई बड़ी बात नहीं है, लेकिन अगर आप सुने कि बच्चे भी इसका शिकार हो सकते हैं, तो थोड़ा अजीब लगेगा। दरअसल, जुवेनाइल अर्थराइटिस बच्चों को भी प्रभावित कर सकता है. बच्चों में गठिया की यह समस्या 14 साल की उम्र से देखी जा रही है। ऐसा एक रिसर्च में पाई गई रिपोर्ट के अनुसार, डॉक्टर का कहना है। डॉक्टर्स बताते हैं कि बच्चों की खराब लाइफस्टाइल के चलते उनकी सेहत को भारी नुकसान पहुंच सकता है। आजकल बच्चों की फिजिकल एक्टिविटी बहुत कम हो गई है, जिसके चलते हड्डियों की सेहत प्रभावित होती है। साथ ही खराब डाइट का भी शरीर पर असर पड़ता है। आइये जानें बच्चों में गठिया के कौन-से लक्षण देखे जा सकते हैं। साथ ही इसे पहचान कर इससे बचने के उपाय जानें।
जोड़ों का दर्द और सूजन

एक या अधिक जोड़ों में लगातार दर्द और सूजन जुवेनाइल अर्थराइटिस का संकेत हो सकते हैं। यह दर्द सुबह के समय या फिर शरीर में कोई गतिविधि न होने के बाद और भी ज्यादा गंभीर हो सकता है।
जोड़ो का अकड़ जाना
जेए से पीडि़त बच्चों को अकडऩ का अनुभव हो सकता है, खासकर सुबह उठने के बाद या लंबे समय तक आराम करने के बाद। शारीरिक गतिविधि या लंबे समय तक बैठे रहने के बाद भी अकडऩ हो सकती है।
थकान

जुवेनाइल अर्थराइटिस से पीडि़त बच्चों में बिना किसी कारण थकान और ऊर्जा की कमी आम है। वे आसानी से थक सकते हैं और उन्हें उन गतिविधियों में भाग लेने में कठिनाई हो सकती है, जिनमें लंबे समय तक शारीरिक परिश्रम की जरूरत होती है।
गति की सीमित सीमा
जोड़ों में अकडऩ और सूजन के कारण गति की सीमा कम हो सकती है, जिससे बच्चों के लिए जोड़ों को पूरी तरह से हिलाना मुश्किल हो जाता है। इसकी वजह से झुकने, चलने या खेल खेलने जैसी गतिविधियां प्रभावित हो सकती हैं।
बुखार
जेए से पीडि़त कई बच्चों को बार-बार बुखार का अनुभव होता है, जो शाम को तेज हो जाता है। ये बुखार अक्सर दाने और अस्वस्थता जैसे अन्य लक्षणों के साथ होते हैं।
रैश
जुवेनाइल अर्थराइटिस के कुछ प्रकारों एक बच्चों में रैश की समस्या देखने को मिलती है। यह रैश गुलाबी या हल्के हो सकते हैं और बुखार के साथ आ-जा सकते हैं।
आंख की सूजन
कुछ प्रकार के जेए में, जैसे कि यूवेइटिस से जुड़े जुवेनाइल इडियोपैथिक अर्थराइटिस (जेआईए), आंखों में सूजन हो सकती है। इसके अन्य लक्षणों में लालिमा, दर्द, प्रकाश के प्रति संवेदनशीलता और ब्लर विजन शामिल हैं।