केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री ने जीटो कनेक्ट-2023 सम्मेलन को किया संबोधित
कहा, मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के पिछले 10 साल के कालखंड में भारत आया 600 बिलियन यूएस डॉलर का फॉरेन डायरेक्ट इंवस्टमेंट
जयपुर। केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा कि फ्री वर्ल्ड की उत्पत्ति के बाद अगर आर्थिक जगत में सबसे बड़ा ट्रांसफॉरेमेशन कहीं हो रहा है तो वह भारत में हो रहा है। इसी का परिणाम है कि हम आज दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने में सफल हुए हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत जिस गति से आगे बढ़ रहा है, उससे आने वाले तीन वर्षों के कालखंड में भारत जर्मनी और जापान को पछाड़ कर दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थवस्था बन जाएगा।
शेखावत ने शुक्रवार को जैन इंटरनेशनल ट्रेड ऑगेनाईजेशन (जीटो) कनेक्ट-23 सम्मेलन में कहा कि भारत में पिछले 10 साल में जिस तरह से फॉरेन डायरेक्ट इंवेस्टमेंट बढ़ा है, वह इस बात का परिचायक है कि पूरा विश्व भारत पर विश्वास कर रहा है। आजादी के बाद में 1947 से लेकर के अब तक भारत में 976 बिलियन यूएस डॉलर फॉरेन इंवेस्टमेंट आया। इसमें से पिछले 10 साल के कालखंड में 600 बिलियन यूएस डॉलर का फॉरेन डायरेक्ट इंवेस्टमेंट भारत में आया, जो इस बात का परिचायक है कि आर्थिक क्षेत्र में भारत ने ट्रांसफॉरेमेशन ग्रोथ सेक्टर में किया।
शेखावत ने कहा कि पूरी दुनिया में भारत एकमात्र ऐसा देश है, जहां 10 साल के कालखंड में इतना बड़ा निवेश आया, जबकि बड़ी अर्थव्यस्था होने के बाद भी चीन में भी 5-10 साल के कालखंड में इतना बड़ा निवेश कभी नहीं आया। शेखावत ने कहा कि केवल दुनिया के बड़े देशों ने ही नहीं, बल्कि छोटे-छोटे देशों ने भी भारत की आर्थिक गति और सस्टेनेबिलिटी पर विश्वास जताया है। उन्होंने कहा कि भारत ने पिछले नौ साल के अंदर फॉरेन डायरेक्टर इंवेस्टमेंट में नया रिकॉर्ड बनाया और हर साल भारत अपने ही रिकॉर्ड को तोड़ रहा है।
शेखावत ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान जब पूरी दुनिया की अर्थव्यस्था ठहर गई थी, उस दौरान भी भारत ने नया रिकॉर्ड सेट किया। हमने 80.5 यूएस बिलियन डॉलर का फॉरेन डायरेक्ट इंवेस्टमेंट हासिल किया। यह रिकॉर्ड स्थापित कर भारत ने एक नया बेंचमार्क खड़ा किया है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में पिछले 10 साल के अंदर जो फॉरेन डायरेक्ट इंवेस्टमेंट आया, वह केवल लिमिटेड सेक्टर में नहीं हुआ बल्कि 61 ऑड सेक्टर में भी इंवेस्ट हुआ। इससे यह बात स्पष्ट है कि निवेशकों ने भारत में निवेश करना सबसे सुरक्षित माना है।
देश के विकास के लिए सामूहिक विकास जरूरी
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री हमेशा इस बात की चर्चा करते हैं कि अगर हमें भारत का विकास करना है तो हमें सामूहिक विकास पर जोर देना होगा। किसी एक राज्य का विकास हो और अन्य राज्य विकास की इस दौड़ में पीछे छूट जाएं तो भारत विश्व की आर्थिक महाशक्ति और ताकत नहीं बन सकता, इसलिए हमें सबको आगे बढ़ाने के लिए काम करना पड़ेगा। शेखावत ने कहा कि जिस तरह विश्व ने भारत पर विश्वास करते हुए हर सेक्टर में निवेश किया है, उससे यह बात साफ हो जाती है कि आने वाले कुछ वर्षों में भारत जर्मनी और जापान को पीछे छोड़ते हुए दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यस्था बन जाएगा।
पहले ट्रिलियन तक पहुंचने में हमें 67 साल लगे
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हम आज 3.5 ट्रिलियन के मार्क को क्रॉस कर चुके हैं। पहले ट्रिलियन तक पहुंचने में हमें 67 साल लगे, दूसरे ट्रिलियन तक पहुंचने में हमें 8 साल लगे और तीसरे ट्रिलियन तक पहुंचने में हमें पांच साल लगे और जिस तरह देश तेजी से ग्रोथ कर रहा है, उससे आने वाले तीन वर्षों में भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। शेखावत ने कहा कि जब दुनिया की आर्थिक शक्तियां आर्थिक संकट के दौर से गुजर रही हैं, वहीं भारत पीएम मोदी के नेतृत्व में लॉक डाउन से पहले और बाद में भी तेजी से ग्रोथ वाले देश के रूप शुमार हुआ है, जो अपने-आप में अभूतपूर्व है।पीएम मोदी ने भारत को आत्मनिर्भर भारत बनाने का संकल्प लिया है।