
पुरे विश्व के स्वस्थ्य विशेषज्ञों ने मंच पर भारत की वैक्सीन मैत्री को सराहा और कहा भारत एक सुनहरा भविष्य; “पेंड़ेमिक एग्रीमेंट” से मिलेगा कोरोना जैसी महामारियो से निजात
जयपुर: निम्स यूनिवर्सिटी राजस्थान जयपुर ने शिक्षा, अनुसंधान और स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में पिछले 23 वर्षों सेन केवल शीर्ष स्तर की सेवाएँ प्रदान की हैं, बल्कि अंतर्राष्ट्रीय मंच पर मान्यता और शीर्ष प्रदर्शन हासिल करने में भी कामयाबी हासिल की है। निम्स विश्वविद्यालय ने एम8 एलायंस (जो की अंतरराष्ट्रीय स्वास्थय विश्वविध्यालयो का एक ऐसा समूह हैं को हर वर्ष जर्मनी में “वर्ल्ड हेल्थ समिट” आयोजित करता है) की सदस्यता हसिल की है।इसी के साथ विश्व स्वास्थ्य सम्मलेन 2023आधिकारिक तौर पर बर्लिन में शुरू हुआ।
इस वर्ष की थीम “वैश्विक स्वास्थ्य के लिए इस वर्ष दृढ़ निर्णय लेना हैं। उद्घाटन समारोह में वैश्विक स्वास्थ्य जगत शामिल हुआ, जिन्होंने दुनिया की गंभीर स्वास्थ्य चुनौतियों से निपटने के लिए सामूहिक कार्रवाई के लिए चर्चा की ।
वर्तमान में,निम्स यूनिवर्सिटी राजस्थान दुनिया भर के उन विशिष्ट 31 चिकित्सा केंद्रों और संस्थानों में से एक है, जो एम8 एलायंस के भीतर सदस्यता रखते हैं, और इस लीग में अपना नाम स्थापित करके अपने इतिहास में अपना नाम दर्ज कराया है। ज्ञात रहे की “इंटर अकैडमी पार्टनरशिप” जो की 100 से अधिक देशो की राष्ट्रीय मेडिसिन अकैडमी का प्रतिनिधित्व करती हैं; एम्. 8 संस्था की सदस्य हैं ।
इसके अलावा अन्य महत्वपूर्ण संस्थान जैसे जॉन्स हॉपकिन्स ब्लूमबर्ग स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थयूएसए, चैरिटे यूनिवर्सिटैटजर्मनी, इंपीरियल कॉलेज लंदन- यूके, नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ सिंगापुर, यूनिवर्सिटी ऑफ जिनेवा- स्विट्जरलैंड, लन्दन स्कूल ऑफ़ ट्रॉपिकल मेडिसिन, क्योटो यूनिवर्सिटी ग्रेजुएट स्कूल ऑफ मेडिसिन-जापान, सैपिएन्ज़ा यूनिवर्सिटी- इटली, मोनाश यूनिवर्सिटी- ऑस्ट्रेलिया, , रशियन एकेडमी ऑफ मेडिकल साइंसरूस, और यूनाइटेड नेशंस यूनिवर्सिटी इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फॉर ग्लोबल हेल्थ, कारोलिंसका इंस्टिट्यूट स्वीडन, जॉर्ज वाशिंगटन यूनिवर्सिटी यू.एस.ए इत्यादि शामिल हैं।
एम8 एलायंस, प्रतिष्ठित संस्थानों का एक समूह हैं जोएक थिंक टैंक के रूप में विश्व में स्वास्थ्य और शिक्षा नीति में महत्वपूर्ण मामलों पर विचार-विमर्श करने के लिए समर्पित है। हर वर्ष यह अलायन्स विश्व स्वास्थय संगठन, जिनेवा एवं अन्य अनेक स्वस्थ्य के प्रति समर्पित संस्थाओ के सहयोग से “विश्व स्वास्थय सम्मलेन” जर्मनी में आयोजित करता हैं । एम्, 8 अलायन्स वैश्विक स्वास्थ्य सुधार और वैश्विक स्वास्थ्य चुनौतियों के लिए विज्ञान आधारित समाधानों के विकास के लिए समर्पित हैं एवं विश्वकी सभी शीर्ष संस्थाओ जैसे विश्व स्वस्थ्य संगठन जैसी जैसी संस्थाओ के लिए सलाहकार की तरह कार्य करता हैं ।
दुनिया में महत्वपूर्ण स्वास्थ्य चुनौतियों का समाधान करने के लक्ष्य के साथ एम8 एलायंस को निम्स विश्वविद्यालय के चयन के बाद एक सक्रिय सदस्य मिल गया है। निम्स विश्वविद्यालय के अध्यक्ष और कुलाधिपति, प्रो. डॉ. बलवीर एस. तोमर ने इस ऐतिहासिक अवसर पर अपनी खुशी व्यक्त कीऔर कहा, “यह हम सभी के लिए बेहद गर्व का पल है, जो हमारे स्वास्थ्य क्षेत्र में काम के हर पहलू में हमारी अथक भावना, जुनून और समर्पण को दर्शाता है।” सम्मान की यह उपाधि मेरे निम्स परिवार के प्रत्येक सदस्य को समर्पित है।”
विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक डॉ. टेड्रोस एडनोम घेब्रेयसस ने स्वास्थ्य सम्मलेन के संबोधन में मानवता के सामने आने वाली कई गंभीर स्वास्थ्य चुनौतियों पर जोर दिया, जिनमें वैश्विक बीमारी का प्रकोप, गरीबी और जलवायु संकट शामिल हैं। अन्य अंतर्राष्ट्रीय नेताओं और विशेषज्ञों ने वैश्विक स्वास्थ्य परिणामों में सुधार के लिए प्रभावी रूप से फंडिंग मजबूत सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणालियों और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के महत्व पर जोर दिया।
विश्व स्वास्थ्य शिखर सम्मलेन को संबोधित करते हुए जर्मन स्वास्थ्य मंत्री कार्ल लॉटरबैक ने कहा की हमे आने वाली गंभीर बिमारियों का सामना करने में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर जिम्मेदारी लेनी होगी, डॉ. कार्ल ने आगे बढ़ते हुए कहा की पुरे विश्व को एक साथ आके “पेंड़ेमिक एग्रीमेंट” साइन करना होगा किस्से की भविष्य में कोरोना कैसे महामारियो से बचा जा सके। यूरोपीय संघ के स्वास्थ्य आयुक्त स्टेला क्यारीकिड्स ने एक नई वैश्विक स्वास्थ्य रणनीति को लागू करने के लिए यूरोपीय संघ की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला।
बारबाडोस की प्रधान मंत्री मिया मोटली ने अपने भाषण में कहा की: “आखिरकार, अगर हम दुनिया के गरीब तबके के लिए बेहतर स्वास्थ्य परिणाम प्राप्त करना चाहते हैं, जिसमें लगभग आधी आबादी शामिल है, तो हमें और वर्ल्ड फाइनेंसियल मैकेनिज्म को विकसित करने की आवश्यकता है, ग्लोबल साउथ को अपनी सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणालियाँ और घरेलू बुनियादी ढाँचा को मजबूत बनाने करना चाहिय । विश्व स्वास्थ्य शिखर सम्मेलन के अध्यक्ष एक्सल आर. प्रीज़ ने वैश्विक सहयोग का आह्वान किया: “वैश्विक स्वास्थ्य हर समुदाय की जिम्मेदारी है और कहा की “हमें पृथ्वी पर जीवन के लिए काम करते हुए अंतर्राष्ट्रीय सहयोग की भावना को और मजबूत करना होगा।”
निम्स यूनिवर्सिटी के चांसलर व चेयरमैन प्रो. डॉ. तोमर नेवर्ल्ड हेल्थ समिट की इस वर्ष की थीम पर अपने विचार रखे और कहा की, “क्लाइमेट चेंज इस समय का सबसे बड़ा चैलेंज है इस समिट के माध्यम से भविष्य में आने वाली बिमारियों से लड़ने के लिए हमे एक साथ मिलकर काम करने की जरुरत है,“अब हमारा लक्ष्य राष्ट्रीय चुनौतियोंको हल करने से लेकर एक ही मंच पर वैश्विक स्वास्थ्य चैलेंज पर केंद्रित करना है”। साथ ही उन्होंने M8 अलायन्स में निम्स को सदस्यता की ख़ुशी ज़ाहिर करते हुए कहा की “यह एक उपाधि या सम्मान से कहीं अधिक है; यह क्वालिटी एजुकेशन के प्रति समर्पण, स्वास्थ्य को बढ़ावा देने का जुनून, और इन्क्लुसिवनेसके उद्देश्य से प्ररित एक विकसित भारत का रूप है।यह उपलब्धि निम्स विश्वविद्यालय को एक स्वस्थ विश्व को आगे बढ़ाने के प्रयास का संकेत देती है।
इस अलायन्स में अपनी भागीदारी के माध्यम से, निम्स यूनिवर्सिटी सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स (SDGs) पर भी फोकस कर रही है एवं मुख्या रूप से 10 एस. डी. जी. को अपने संसथान में अपना रखा हैं । समग्र शैक्षणिक उत्कृष्टता और अपने देश में संस्थान की उच्चतम गुणवत्ता, वैश्विक स्वास्थ्य क्षेत्रमें विशेषज्ञता, इन्क्लुसिवनेस इत्यादि; M8 एलायंस संस्थान की उन पैरामीटर में से हैं जो शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल और सामाजिक विकास में सुधार के लिए विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं।
2023 विश्व स्वास्थ्य शिखर सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में वक्ताओं की एक विशिष्ट श्रृंखला शामिल रही, जिनमे डॉ.ऑरेलियन रूसो – स्वास्थ्य मंत्रीफ्रांस,डॉ.केइज़ो ताकेमी – स्वास्थ्यऔर कल्याण मंत्रीजापान, डॉ. भारती प्रवीण पवार, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री – भारत,डॉ.इना सिज़बोराउच्च शिक्षा और अनुसंधानसीनेटरजर्मनी, डॉ. हेयो क्रोमर–सीईओचैरिटेयूनिवर्सिटैट्सबर्लिन, डॉ.रोज़ गणफ़ॉम्बन लेके -निदेशक जैव प्रौद्योगिकी केंद्रकैमरूनवैश्विक स्वास्थ्य पुरस्कार विजेता विरचो पुरस्कार विजेता, ओमनिया.एल.ओमरानी, संयुक्त राष्ट्र 27वें जलवायु परिवर्तन सम्मेलन के प्रेसिडेंट (COP27), सुनाओ मनाबे, कार्यकारी अध्यक्ष और सीईओदाइची सैंक्योजापान, डॉ. बर्नड मोंटेग – सीईओ, सीमेंस हेल्थिनियर्स, जर्मनी, डॉ. क्रिस्टीना चिलिंबा, संस्थापक और कार्यकारी निदेशकऑल फॉर यूथमलावी मूल रूप से शामिल रहे ।
इन वक्ताओं ने वैश्विक स्वास्थ्य कार्रवाई के लिए इस निर्णायक वर्ष में वैश्विक स्वास्थ्य चुनौतियों का समाधान करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और अभिनव समाधानों के महत्व पर प्रकाश डालते हुए इस कार्यक्रम में विविध दृष्टिकोण और विशेषज्ञता लाई। उद्घाटन समारोह ने विशेषज्ञों के लिए वैश्विक स्वास्थ्य परिणामों में सुधार के प्रति अपनी प्रतिबद्धता साझा करने के लिए एक मंच के रूप में कार्य किया।