इजरायल का गाजा के अस्पताल पर हमला, सैकड़ों मौतें

इस्राइल और हमास के बीच युद्ध
इस्राइल और हमास के बीच युद्ध

इस्राइल और हमास के बीच पिछले 12 दिनों से युद्ध जारी है, जिसमें करीब पांच हजार लोगों की मौत हो गई। इस बीच मंगलवार को गाजा के अस्पताल में विस्फोट हो गया, जिसमें सैकड़ों लोगों की जान चली गई। हमले के तुरंत बाद इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने एक ट्वीट किया था, जिसे बाद में हटा दिया गया। अब ट्वीट हटाए जाने पर विवाद खड़ा हो गया है। इस हमले का आरोप दोनों ही एक दूसरे पर मढ़ रहे हैं। एक तरफ इस्राइल हमास पर आरोप लगा रहा तो वहीं फलस्तीनी राजदूत ने नेतन्याहू को झूठा बताया है।

बाइडन के दौरे से पहले इस्राइल में चाक चौबंद सुरक्षा

बाइडन
बाइडन

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के इस्राइल दौरे से पहले यहां सुरक्षा में बढ़ोतरी की गई है। हमास की ओर से हो रहे हमलों के बीच इस्राइल पुलिस ने सभी जगहों की सुरक्षा चाक-चौबंद कर दी है। तेल अवीव से लेकर यरुशलम तक पुलिस घोड़े पर बैठकर दबिश दे रही है।

गाजा पट्टी पर इस्राइल की एयरस्ट्राइक जारी

गाजा पट्टी पर इस्राइल की एयरस्ट्राइक जारी
गाजा पट्टी पर इस्राइल की एयरस्ट्राइक जारी

गाजा में अल-अहली अस्पताल में भीषण धमाके में 500 से ज्यादा लोगों की जान जाने की आशंका है। इसे लेकर कई देशों ने इस्राइल पर बर्बरता के आरोप लगाए हैं। जबकि इस्राइल ने इन हमलों में हाथ होने से साफ इनकार किया है। इस बीच इस्राइल ने गाजा में हमास के ठिकानों को निशाना बनाना जारी रखा है। बताया गया है कि इस दौरान इस्राइली वायुसेना ने हमास के दो आतंकियों को मार गिराया। इनमें एक का नाम मोहम्मद अलवादिया बताया गया है, जो कि हमास की गाजा सिटी ब्रिगेड में एंटी-टैंक सिस्टम का कमांडर था। वहीं दूसरे का नाम अकरम हिजाज है, जिसे आतंकी फंड्स और हथियारों का सौदागर बताया गया है।

गाजा के अस्पताल में मौतों के बाद कई शहरों में प्रदर्शन

गाजा के अस्पताल में मौतों के बाद कई शहरों में प्रदर्शन
गाजा के अस्पताल में मौतों के बाद कई शहरों में प्रदर्शन

गाजा में अस्पताल में विस्फोट के बाद मासूमों की मौत को लेकर दुनिया के कई शहरों में प्रदर्शन हुए हैं। इस्राइल-हमास के बीच जारी युद्ध में अब तक 1400 इस्राइली नागरिकों की मौत हो चुकी है। वहीं गाजा पट्टी में करीबन 3000 लोगों की जान गई है। मंगलवार को गाजा पट्टी स्थित अस्पताल में धमाके के बाद कई और लोगों के मारे जाने की खबर है। इस बीच हमास बंधक बनाए गए सैकड़ों इस्राइली नागरिकों को रिहा करने के लिए तैयार हो गया है, लेकिन इसके लिए उसने एक शर्त रखी है।

युद्ध के 11वें दिन बैकफुट पर आया हमास

इस्राइल और फलस्तीनी आतंकी संगठन हमास के बीच चल रहे संघर्ष पर सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल संजय कुलकर्णी ने बड़ा दिया है। उनका कहना है कि गाजा में कई कमांडरों के मारे जाने के बाद हमास बैकफुट पर है और बंधकों को मेहमान बताकर छोडऩे की बात कर रहा है। रक्षा विशेषज्ञ कुलकर्णी ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन का इस्राइली दौरा हमास के ताबूत में आखिरी कील साबित होगा, क्योंकि वे खुलकर हमास का समूल नाश को जरूरी बता चुके हैं और इसके लिए इस्राइल को जो भी चाहिए मुहैया कराएंगे।

जिन लोगों ने हमारे बच्चों के मारा, उन्होंने अपने बच्चों की भी हत्या की : नेतन्याहू

वहीं, इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, पूरी दुनिया को यह पता होना चाहिए कि गाजा के बर्बर आतंकवादियों ने ही गाजा के अस्पताल पर हमला किया है, आईडीएफ का इसमें कोई हाथ नहीं है। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने हमारे बच्चों की बेरहमी से हत्या की, उन्होंने अपने बच्चों की भी हत्या कर दी।

इस्राइली सेना ने क्या कहा?

उधर इस्राइल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) के अफसरों ने बताया कि शुरुआती जांच में पता चलता है कि गाजा के अस्पताल में विस्फोट हमास के असफल रॉकेट लॉन्च के कारण हुआ। आईडीएफ ने अपने एनालिसिस के आधार पर कहा कि जिस दौरान अल-अहली अल-महदी अस्पताल में ब्लास्ट हुआ, ठीक उसी दौरान गाजा में कुछ आतंकियों की तरफ से रॉकेटों का एक जत्था अस्पताल के पास से ही छोड़ा गया था। उन्होंने फलस्तीन के संगठन इस्लामिक जिहाद को हमले का जिम्मेदार बताते हुए कहा कि अस्पताल में मासूमों की मौत का जिम्मेदार इस्लामिक जिहाद संगठन ही है। आईडीएफ प्रवक्ता ने कहा कि इस्राइल के पास कई ऑडियो रिकॉर्डिंग हैं, जिसमें हमास के लोग इस धमाके के पीछे इस्लामिक जिहाद को जिम्मेदार बता रहे हैं।

अस्पताल में हमले को लेकर अब तक क्या जानकारी सामने आई?

इस्राइल-हमास युद्ध के बीच मंगलवार को गाजा पट्टी में अल-अहली अरब अस्पताल में कई धमाके हुए। इनमें कम से कम 500 लोगों की मौत हुई है। गाजा में सत्तारूढ़ हमास के स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता ने यह जानकारी दी है। प्रवक्ता ने कहा कि अस्पताल की ध्वस्त इमारत के मलबे में कई लोगों के दबे होने की आशंका है। गौरतलब है कि गाजा के कई अस्पताल सैकड़ों लोगों के लिए शरणस्थल बन गए हैं।

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