
जयपुर। एक समय था जब कैंसर को लाइलाज समझा जाता था। किन्तु अब गहन रिसर्च, उन्नत तकनीक एवं दवाओं तथा प्रारंभिक अवस्था में ही पहचान करने के संसाधनों ने उपचार की सफलता को और अधिक प्रभावी बना दिया है। वह समय अब दूर नहीं कि जब कैंसर का टीका उपलब्ध होगा। यह जानकारी सुविख्यात हैड एण्ड नैक कैंसर विशेषज्ञ डॉ. सुल्तान प्रधान ने दी। वे महात्मा गांधी यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिकल साइंसेज एण्ड टैक्नोलोजी में आयोजित डॉ. आर पी सूनावाला ऑरेशन में मुख्य वक्ता के रूप में सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि पांच दशक पहले जहां कैंसर की पहचान होने पर उस अंग को हटा दिया जाता था। आजकल अंग संरक्षण की दिशा में काम किया जा रहा है। स्वर पेटिका के कैंसर के मामलों में आवाज को सुरक्षित रखे जाने के प्रयास किये जाते हैं तो स्तन कैंसर वाले मामलों में केवल कैंसर प्रभावित हिस्से को ही उपचारित किया जाता है। माइक्रो सर्जरी, रोबोटिक सर्जरी जैसी नई तकनीकों ने सर्जरी को आसान भी बनाया है तथा ऑपरेशन की सफलता दर भी बढाई है। वहीं रेडियो थैरेपी में केवल कैंसर प्रभावित कोशिकाओं को ही रेडियेशन दिया जाता है। कीमो थैरेपी की भी नई दवाओं ने दुष्प्रभावों को कम कर रोगियों को राहत दी है।

पद्मश्री डॉ. आर पी सूनावाला ने कहा कि रिसर्च की दिशा में और प्रयासों की आवश्यकता है। साथ ही रोगियों की प्राथमिकताओं, भावनाओं का ध्यान रखने के लिए भी चिकित्सकों से अपील की। उन्होंने कहा कि सभी को हैल्दी लाइफस्टाइल तथा सुरक्षात्मक दृष्टि से नियमित रूप से हैल्थ चैकअप कराने चाहिए। जिससे समाज में इनका प्रचलन बढ़े। उन्होंने महात्मा गांधी अस्पताल की सेवाओं की सराहना करते हुए कहा कि श्रेष्ठ तकनीक व विशेषज्ञ यहॉं मौजूद हैं। एमेरिटस चेयरमैन डॉ एम एल स्वर्णकार ने कहा कि देश में बड़ी संख्या में कैंसर रोगियों को देखते हुए नई शोध, जागरूकता कार्यक्रमों, स्क्रीनिंग कैंपस आदि पर फोकस किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि कैंसर की में देरी होने पर उपचार दर प्रभावित होती है।
यूनिवर्सिटी चेयरपर्सन डॉ. विकास चन्द्र स्वर्णकार ने कहा कि महात्मा गांधी अस्पताल में 400 शैय्याओं के श्रीराम कैंसर व सुपर स्पेशियलिटी सेंटर में कैंसर उपचार की विश्वस्तरीय सेवाएं उपलब्ध हैं। श्रेष्ठ तकनीकयुक्त लीनियर एक्सीलरेटर, पैट स्कैन आम जन के लिए उपलब्ध हैं। अनुभवी मेडिकल आन्कोलोजिस्ट, कैंसर सर्जन तथा रेडियेशन विशेषज्ञों द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य बीमा योजनाओं के जरिये उपचार किया जा रहा है। शीघ्र ही यहॉं गामा नाइफ तथा रोबोटिक सर्जरी सेवाएं भी उपलब्ध कराई जा रही है।
कर्यक्रम में वाइस चांसलर डॉ अचल गुलाटी, प्रो-वाइस चांसलर डॉ. विनय कपूर, डॉ. शोभित स्वर्णकार, श्रीमती मीना स्वर्णकार, चीफ एडवाइजर डॉ. सुधीर सचदेव, प्रिंसीपल डॉ. एन डी सोनी, कैंसर सर्जरी विभागाध्यक्ष डॉ राज गोविन्द शर्मा, डॉ. तरूण ओझा, डॉ. हरि गौतम, डॉ. ए के शर्मा, डॉ. शाहिद सिद्दीकी, डॉ. संजय शर्मा, डॉ. दिनेश यादव सहित बडी संख्या में चिकित्सक मौजूद थे।