अयोध्या जाने से पहले जान लें ये जरूरी बातें, पहुंचने के लिए यह होगा सबसे सुगम मार्ग

रामलला
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रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा देशवासियों के लिए किसी उत्सव से कम नहीं था। अयोध्या राम मंदिर का उद्घाटन 22 जनवरी को हुआ था, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत, गुजरात की गवर्नर आनंदी बेन पटेल, सचिन तेंदुलकर, अमिताभ बच्चन, कंगना रनौत, कैटरीना कैफ, आलिया भट्ट जैसी कई सुपर स्टार भी शामिल हुए।रामलला की भव्य मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के बाद लाखों की संख्या में लोग भगवान राम के दर्शन करने के इच्छुक हैं। रामलला की प्रतिमा के अलावा, भगवान राम का यह भव्य मंदिर भी लोगों का ध्यान काफी आकर्षित कर रहा है। दरअसल, यह मंदिर है ही इतना सुंदर की सभी इसे देखने को आतुर हैं। हालांकि, यह अभी तक पूरा तैयार नहीं हुआ है, लेकिन इस मंदिर की कुछ विशेषताएं ऐसी हैं, जिन्हें जानकर आप हैरान रह जाएंगे। आइए जानते हैं अयोध्या राम मंदिर से जुड़ी कुछ खास और जरूरी बातें।

कैसे पहुंच सकते हैं रामजन्म भूमि?

रामलला
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अयोध्या राम मंदिर तक पहुंचने के लिए आप हवाई मार्ग, रेल मार्ग या रोड मार्ग, तीनों में से कोई भी अपनी सुविधा के हिसाब से चुन सकते हैं। हवाई मार्ग से महर्षि वाल्मिकी एयरपोर्ट अयोध्या के सबसे करीब है। रेलवे मार्ग से अयोध्या धाम रेलवे जंक्शन, अयोध्या का रेलवे स्टेशन है, जहां से आप आसानी से राम मंदिर जा सकते हैं। इसके अलावा, लखनऊ रेलवे स्टेशन अयोध्या के सबसे करीब है। अगर आप रोड मार्ग से आना चाहते हैं, तो उत्तर प्रदेश बस सेवा का इस्तेमाल कर सकते हैं।

क्या है दर्शन का समय?

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की वेबसाइट के मुताबिक, रामलला के दर्शन के लिए भक्तजन सुबह 7 बजे से 11.30 बजे तक और दोपहर 2 बजे से 7 बजे तक आ सकते हैं।क्या है रामलला की आरती का समय? रामलला की आरती के लिए सुबह 06.30 बजे और शाम 07.30 बजे का समय है, जिसमें भक्तजन भी हिस्सा ले सकते हैं, लेकिन इसमें केवल 30 लोगों को ही एक बार में हिस्सा लेने की अनुमति दी गई है।

कैसे हो सकते हैं आरती में शामिल?

रामलला
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आरती में शामिल होने के लिए ऑनलाइन या ऑफलाइन माध्यम से पास लेने के बाद ही आरती में शामिल होने दिया जाएगा। पास बनवाने के कोई पैसे नहीं लिए जाएंगे। ऑनलाइन पास लेने के लिए श्री रामजन्म भूमि तीर्थ स्थल की ऑफिशियल वेबसाइट से बुक कर सकते हैं या फिर इसके अलावा, आप मंदिर के कैम्प ऑफिस जाकर ऑफलाइन माध्यम से पास ले सकते हैं। हालांकि, दोनो के लिए ही आपको अपना पहचान पत्र, जैसे- आधार कार्ड, वोटर आई डी कार्ड पैन कार्ड आदि दिखाना होगा।

मंदिर के भीतर किन चीजों को लेकर जाना वर्जित है?

मंदिर में प्रवेश के दौरान आप किसी एलेक्ट्रॉनिक आइटम, जैसे- स्मार्ट फोन, कैमरा, स्मार्ट वॉच, ईयर फोन्स आदि को लेकर अंदर नहीं जा सकते। इसके अलावा, बेल्ट, बैग लेकर भी भीतर प्रवेश करना मना है।

क्या है मंदिर की ड्रेस कोड?

हालांकि, अभी तक राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने ड्रेस कोड को लेकर कोई गाइडलाइन्स नहीं निकाली है, लेकिन प्राण प्रतिष्ठा के दौरान केवल पारंपरिक पोशाक पहनने की सलाह दी गई थी।

मंदिर परिसर से जुड़े खास तथ्य

रामलला की प्रतिमा किसने बनाई?

रामलला की मनमोहक प्रतिमा आपने टीवी या सोशल मीडिया पर देखी होगी। भगवान राम के बाल स्वरूप को मूर्ति के जरिए उकेरने वाले कलाकार का नाम अरुण योगिराज है। इन्होंने रामलला की प्रतिमा के अलावा और भी कई सुंदर और महत्वपूर्ण मूतिर्यों का निर्माण किया है।

राम मंदिर का क्षेत्र फल क्या है?

राम मंदिर का क्षेत्र फल 2.7 एकर है। मंदिर की ऊंचाई, 360 फीट है और चौड़ाई 235 फीट है। इसके साथ ही, मंदिर में कुल तीन माले (स्नद्यशशह्म्ह्य) हैं, जिसमें हर माले की ऊंचाई 20 फीट है । इस मंदिर में कुल 12 दरवाजे और शिखरों एवं मंडपों की संख्या 5 है। मंदिर के ग्राउंड फ्लोर पर स्तंभों की संख्या 160, पहले फ्लोर पर 132 और दूसरे फ्लोर पर 74 है।

मंदिर का डिजाइन किसने तैयार किया है?

मंदिर की भव्यता देखते ही बनती है। इस मंदिर का डिजाइन, चंद्रकांत सोमपुरा ने किया है। उनकी लगभग तीन पीढिय़ां मंदिर के डिजाइन के कार्य में लगी हुई थीं। सोमनाथ मंदिर को भी इन्हीं के परिवार ने डिजाइन किया है।

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