बागवानी और खाद्यान्न फसलों को मिलेगी नयी दिशा, मिलकर करेंगे रिसर्च

एसकेएन कृषि विश्वविद्यालय
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एसकेएन कृषि विश्वविद्यालय जोबनेर ने डॉ वाईएसआर बाग़वानी विश्वविद्यालय से किया करार

जयपुर। करण नरेंद्र कृषि विश्वविद्यालय जोबनेर और डॉ वाईएसआर बाग़वानी विश्वविद्यालय, प. गोदावरी, आंध्रप्रदेश ने पारस्परिक रूप से लाभकारी क्षेत्रों में दोनों कृषि विश्वविद्यालयों के बीच वैज्ञानिक और शैक्षणिक बातचीत को बढ़ावा देने के लिए जयपुर में समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया। समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर समारोह के दौरान कुलपति डॉ बलराज सिंह और वाईएसआर बाग़वानी विश्वविद्यालय के कुलपति डा टी जानकीराम उपस्थित थे। एमओयू पर राजस्थान कृषि अनुसंधान संस्थान के निदेशक डॉ एएस बलौदा और बाग़वानी विश्व विद्यालय के रजिस्टरार बी श्री नीवासुलु ने हस्ताक्षर किए।

एसकेएन कृषि विश्वविद्यालय
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कुलपति डॉ सिंह ने बताया कि दोनों विश्वविद्यालयों की सिफारिशों को लोकप्रिय बनाने के उद्देश्य से दोनों राज्यों में विभिन्न स्थानों पर फसल किस्मों और पारस्परिक हित की अन्य प्रौद्योगिकियों का संयुक्त मूल्यांकन करेंगे। फसलों के विकास के लिए दोनों राज्यो की लाभकारी फसलों विशेषकर मिर्च, धनिया, बाजरा, सब्ज़ी सहित शहद से मूल्य संवद्र्धित उत्पाद तैयार करने पर एक साथ काम किया जाएगा। उन्होंने बताया कि सहयोगी परियोजनाओं का निर्माण , वैज्ञानिक ज्ञान का आदान प्रदान, स्टूडेंट एक्सचेंज, पुस्तकालय, प्रयोगशालाओं और क्षेत्र सुविधाओं आदि को साझा करने के लिए सहयोग भी समझौता ज्ञापन का हिस्सा हैं। कृषि और संबद्ध क्षेत्रों के विभिन्न विषयों में स्नातकोत्तर छात्रों के अनुसंधान कार्यक्रमों में सहयोगी विश्वविद्यालय से सलाहकार समिति के सदस्यों को शामिल करने के साथ सहयोग होगा।

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