टहलने का यह होगा सही तरीका, ऐसा करेंगे तो मिलेंगे ज्यादा से ज्यादा फायदा

टहलने के फायदे
टहलने के फायदे

टहलना फिट रहने के लिए बहुत ही अच्छी एक्सरसाइज है। अगर आप एक्सरसाइज नहीं कर सकते, तो रोजाना 15-20 की वॉक करके भी ओवरऑल फिटनेस को मेनटेन रख सकते हैं, लेकिन कई बार कुछ लोगों को टहलने के बाद पैरों, कमर में दर्द की शिकायत हो जाती है जिस वजह से उनके टहलने पर फिर कुछ दिनों का ब्रेक लग जाता है। अगर आप नहीं होना चाहते ऐसी किसी समस्या का शिकार, तो टहलने वक्त कुछ बातों का ध्यान रखें, जान लें यहां इनके बारे में।

टहलने के फायदे
टहलने के फायदे

वॉक करते समय गर्दन सीधी-सामने की ओर रखें। नीचे या दाएं-बाएं न देखें। हमेशा सामने की ओर देखकर चलने का प्रयास करें। चिन थोड़ा नीचे की ओर झुकी होनी चाहिए। पेट को अंदर की ओर खींचकर रख सकें, तो अच्छा है। कंधे की मूवमेंट ज्यादा होना चाहिए। पैदल चलते समय पीठ भी सीधी रखें। आगे या पीछे की तरफ झुककर न चलें।
हाथों को फ्री कर दें, इनकी मूवमेंट खुद से होने दें। अगर हाथ कोहनी से मुड़ते भी हों, तो और भी अच्छा रहता है।
इस तरह से चलें कि पैर की अंगुलियां, एड़ी, घुटने एक्टिव रहें।

टहलने के फायदे
टहलने के फायदे

वॉकिंग, जॉगिंग हमेशा शूज पहनकर ही करना चाहिए न कि चप्पल। कपड़े ढीले और हवादार होने चाहिए। टाइट फिट कपड़े न पहनें। स्पोट्र्स ब्रा पहनें जिससे पोश्चर रही रहे। ज्यादा टाइट अंडरगार्मेंट्स पहनने से हार्निया की आशंका हो सकती है। पहली बार वॉक की शुरुआत कर रहे हैं, तो खासकर पैरों को स्ट्रेच करना न भूलें।

ध्यान दें कि आपको मार्च पास्ट नहीं करना है, बस सीधे चलना है। वॉक के दौरान म्यूजिक सुन सकते हैं। ईयरफोन लगाएं। इस पर आप फास्ट या धीमा जैसा मन हो, इसके लिए वैसा संगीत सुनें। इससे दिमाग रिलैक्स होता है, लेकिन सडक़ पर वॉक करते हुए गाना न सुनें, यह खतरनाक हो सकता है। वॉक करते हुए मुंह से सांस लेने का तरीका आपको जल्द थका सकता है। साथ ही इससे मुंह सूखने लगता है, बार-बार प्यास लगती है। फेफड़ों के साथ पूरी बॉडी को सही तरह से ऑक्सीजन नहीं मिल पाती, साथ ही फेफड़ों में धूल भी पहुंचती है।

फोन पर बात करते हुए वॉक न करें। इससे चलने के फायदे कम हो जाते हैं, क्योंकि शरीर और दिमाग के बीच तालमेल होना जरूरी है। ज्यादा सर्दी या ज्यादा गर्मी है, तो वॉक करने से बचें, इससे स्ट्रोक का खतरा हो सकता है। वहीं सर्दियों में निमोनिया और अस्थमा की भी शिकायत हो सकती है। एड़ी पर जोर डालने से बचें। पंजों पर जोर रहेगा तो बेहतर है वरना टखने में दर्द हो सकता है।

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