अमेरिका की एक अदालत ने वीचैट पर बैन लगाने वाले एक्जीक्यूटिव ऑर्डर पर अस्थायी रोक लगाई

अमेरिका में वीचैट के दो करोड़ से ज्यादा यूजर

वाशिंगटन । अमेरिका की एक अदालत ने चीनी ऐप वीचैट पर बैन लगाने वाले एक्जीक्यूटिव ऑर्डर पर अस्थायी रोक लगा दी है। सैन फ्रांसिस्को की अदालत के जज लॉरेल बीलर ने कहा कि यह बैन संविधान के पहले संशोधन और फ्री स्पीच गारंटी के संबंध में गंभीर सवाल पैदा करता है। ट्रम्प प्रशासन ने राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर वीचैट पर बैन के लिए एक्जीक्यूटिव ऑर्डर जारी किया था। यह बैन 20 सितंबर से लागू होना था। अदालत के इस फैसले के बाद यूजर पहले की तरह वीचैट का इस्तेमाल करते रहेंगे।

वीचैट पर यूजर्स का डाटा चीन को देने का आरोप

अमेरिका के डिपार्टमेंट ऑफ कॉमर्स ने वीचैट को ऐप स्टोर से हटाने का आदेश जारी किया था। इस आदेश में कहा गया था कि वीचैट यूजर्स का डाटा चीनी सरकार को उपलब्ध कराती है। हालांकि, वीचैट और चीन ने अमेरिका के आरोपों का खंडन किया था। वीचैट की पैरेंट कंपनी टेंसेंट पहले कह चुकी है कि अमेरिकी प्रतिबंध दुर्भाग्यपूर्ण है। अदालत का आदेश ऐसे समय में आया है जब टिकटॉक की अमेरिकी कंपनी ओरेकल और वॉलमार्ट के साथ डील हो चुकी है। इस डील से अमेरिका में टिकटॉक के ऑपरेशन चालू रहने की संभावना बढ़ गई है।

वीचैट यूजर्स ने दाखिल की थी याचिका

अमेरिका के वीचैट यूजर्स ने ट्रम्प प्रशासन के फैसले को चुनौती देते हुए अदालत में याचिका दाखिल की थी। अदालत में अमेरिका के जस्टिस डिपार्टमेंट ने कहा था कि एक्जीक्यूटिव ऑर्डर पर रोक लगाने से राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरों से निपटने के राष्ट्रपति के दृढ़ संकल्प विफल हो जाएंगे। हालांकि, जज बीलर कहा कि चीन राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे के सामान्य सबूत विचार करने के लायक हैं, लेकिन वीचैट के खिलाफ पेश किए गए सबूत मामूली हैं।

अमेरिका में वीचैट के 2 करोड़ से ज्यादा यूजर

अमेरिका में वीचैट के 2 करोड़ से ज्यादा यूजर हैं। यह चीन और साउथ ईस्ट एशिया में रहने वाले अमेरिकियों से संपर्क का एक्सक्लूसिव माध्यम है। वीचैट की स्थापना 2011 में हुई थी। यह मल्टीपर्पज ऐप यूजर्स को मैसेज और मोबाइल पेमेंट भेजने के अलावा स्थानीय सेवाएं इस्तेमाल करने की सुविधा भी प्रदान करता है। चीन में वीचैट के 1 बिलियन से ज्यादा मासिक एक्टिव यूजर हैं।

टिकटॉक पर बैन का फैसला टला

ट्रम्प प्रशासन ने वीचैट के साथ शॉर्ट वीडियो ऐप टिकटॉक पर भी बैन का फैसला लिया था। साथ ही राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने टिकटॉक को किसी अमेरिकी कंपनी को बेचने की हिदायत दी थी। टिकटॉक की पैरेंट कंपनी बायडांस ने शॉर्ट वीडियो ऐप के अमेरिकी ऑपरेशन को चालू रखने के लिए ओरेकल और वॉलमार्ट के साथ सौदा किया है। ट्रम्प ने भी इस सौदे का समर्थन किया है। इसके बाद टिकटॉक पर बैन के फैसले को फिलहाल 27 सितंबर तक के लिए टाल दिया है।

यह भी पढ़ें- एमवे इंडिया ने स्वस्थ जीवन बनाने के लिए उपभोक्ताओं को प्रोत्साहित किया