
नैरोबी में इंडो ईस्ट अफ्रीका ट्रेड एक्सपो का भव्य आगाज
राजस्थान फॉउंडेशन के युगांडा एवं केन्या चैप्टर के सहयोग से आयोजित
जयपुर। भारत और केन्या दोनों देश उपनिवेशवाद के खिलाफ संघर्ष की विरासत साझा करते हैं। भारत केन्या का छठवां सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार और केन्या का सबसे बड़ा निर्यातक है। भारत से केन्या में फार्मास्यूटिकल्स, स्टील, मशीनरी और ऑटोमोबाइल सेक्टर में निर्यात होता हैं, जबकि केन्या से भारत में मुख्य रूप से सोडा ऐश, सब्जियां और चाय जैसी प्राथमिक वस्तुएं निर्यात होती हैं। आज यह बात राजस्थान सरकार द्वारा गठित राजस्थान एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (आरईपीसी) और राजस्थान स्टेट इंडस्ट्रीज कारपोरेशन के अध्यक्ष राजीव अरोड़ा ने नैरोबी केन्या में तीन दिवसीय इंडो ईस्ट अफ्रीका ट्रेड एक्सपो के उद्घाटन समारोह में कही। उल्लेखनीय है कि राजस्थान सरकार एवं फैडरेशन ऑफ राजस्थान ट्रेड एंड इंडस्ट्री द्वारा नैरोबी में तीन दिवसीय इंडो ईस्ट अफ्रीका ट्रेड एक्सपो का आयोजन किया जा रहा है। उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि केन्या गणराज्य के प्राइम कैबिनेट सेक्रेटरी (प्राइम मिनिस्टर), महामहिम मुसालिया डब्ल्यू. मुदावादी थे।
राजस्थान से और भी निर्यात की संभावनाएं
राजीव अरोड़ा ने आगे कहा कि राजस्थान से केन्या में नमक, सल्फर, अर्थ स्टोन, प्लास्टर, चूना और सीमेंट आदि निर्यात की संभावनाएं हैं। पूर्वी अफ्रीका के प्रवेश द्वार और और व्यापार एवं वाणिज्य के क्षेत्रीय केंद्र के रूप में केन्या बेहद महत्वपूर्ण है। मुझे यह जानकर खुशी हुई कि केन्या अकेले राजस्थान से लगभग 512.00 करोड़ रुपये का सामान आयात करता है और यह हमारे दोनों देशों के बीच बढ़ते आर्थिक संबंधों को रेखांकित करता है। पूर्वी अफ्रीकी देशों में केन्या राजस्थान से आयात करने में प्रथम स्थान पर है। अन्य पूर्वी अफ्रीकी देश जैसे तंजानिया, युगांडा, रवांडा, मेडागास्कर, मोजाम्बिक और मौरिसस भी राजस्थान से महत्वपूर्ण मात्रा में सामान और सेवाएँ आयात कर रहे हैं।
एक्सपो की पूर्व संध्या पर राजस्थान फॉउंडेशन के युगांडा एवं केन्या चैप्टर के सहयोग से एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इंडो-ईस्ट अफ्रीका ट्रेड एक्सपो को सफल बनाने हेतु प्रवासी राजस्थानियों द्वारा पूर्ण सहयोग दिया जा रहा है। एक्सपो के तहत राजस्थान के उद्यमों द्वारा उत्पादित माल एवं सेवाओं का निर्यात अफ्रीका महाद्वीप में करने एवं राजस्थान के निर्यात को प्रोत्साहित करने हेतु विभिन्न बैठक एवं वार्ताएं आयोजित की जा रही है।
राजस्थान फॉउंडेशन के अध्यक्ष धीरज श्रीवास्तव द्वारा राजस्थान फाउंडेशन के माध्यम से निर्यात प्रोत्साहन में यह एक अनूठी पहल की जा रही है। राजस्थान सरकार द्वारा गठित राजस्थान एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (आरईपीसी) और राजस्थान स्टेट इंडस्ट्रीज कारपोरेशन के अध्यक्ष राजीव अरोड़ा द्वारा निर्यात प्रोत्साहन हेतु सभी संगठनों, संघों, परिषदों एवं लोगों को जोड़ते हुए निर्यात प्रोत्साहन की मुहिम प्रारंभ की गई है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के विजन को फलीभूत करने के लिए अरोड़ा द्वारा राज्य का सर्वप्रथम अंतराष्ट्रीय एक्सपो जोधपुर में एवं दूसरा एक्सपो नैरोबी, केन्या में आयोजित किया गया है।
इंडो स्टेट अफ्रीका ट्रेड एक्सपो में 175 इंडस्ट्रीज भाग ले रहीं हैं जिनमें मेडिकल, फार्मा, खाद्य प्रसंस्करण, कपड़ा एवं चमड़ा, ऑटोमोटिव, कृत्रिम आभूषण, सौंदर्य प्रसाधन, कृषि, शिक्षा (विश्वविद्यालय), मुद्रण एवं पैकेजिंग, निर्माण, सूचना प्रौद्योगिकी एवं सॉफ्टवेयर डवलपमेंट, जूते, एफएमसीजी एवं खाद्य पदार्थ, मशीनरी एवं उपकरण, हस्तशिल्प, जल, कपड़ा, मॉड्यूलर एवं प्राचीन फर्नीचर, सेनेटरी सामान एवं टाइलें, संगमरमर एवं ग्रेनाइट पत्थर की मूर्तियां सेक्टर के व्यवसायी शामिल हैं।
ये हुए शामिल
पूर्व संध्या कार्यक्रम का प्रारंभ करते हुए राजस्थानी एसोसियेशन ऑफ केन्या के अध्यक्ष सोनवीर सिंह ने अपनी टीम के पदाधिकारीगणों का परिचय कराया और उनके अमूल्य योगदान का उल्लेख किया। कार्यक्रम के दौरान राजीव अरोड़ा, रफ़ीक खान एवं धीरज श्रीवास्तव और राजस्थान सरकार के अधिकारीगण, डॉ. मनीषा अरोड़ा, पीआर शर्मा का स्वागत एवं सत्कार किया गया। इस अवसर पर राजस्थान एसोसियेशन ऑफ केन्या से सोनवीर सिंह, बागड़ा, राठौड़, जगदीश, टांक उपस्थित थे। जबकि राजस्थानी एसोसियेशन कंपाला, युगांडा की ओर से भानु प्रकाश, अमित जैन, दीपक दौराता, अनिल अमरनानी, राजेश सोमानी शामिल हुए।
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