आचार्य लोकेश ने बैंगलोर में सेना के अधिकारियों को ध्यानाभ्यास कराया

ध्यान, योग के अभ्यास से स्वस्थ व तनाव मुक्त जीवन पा सकते हैं – आचार्य

बेंगलोर। देश की आन बान शान की रक्षा करने वाले सैना के अधिकारियों के लिए बेंगलोर में विशेष रूप से ध्यानभ्यास व न्यूरोथेरेपी कार्यक्रम आयोजित किया गया । इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से विश्व शांतिदूत पूज्य आचार्य डॉ लोकेशजी ने ध्यानभ्यास एवं आचार्य राम गोपाल दीक्षितजी ने न्यूरोथेरेपी अभ्यास कराया । इस कार्यक्रम में काफी संख्या में सेना अधिकारी मौजूद रहे।


विश्व शांतिदूत व अहिंसा विश्व भारती के संस्थापक पूज्य जैनाचार्य डॉ.लोकेशजी ने सेना के अधिकारियों को ध्यानाभ्यास कराते हुए कहा वैसे तो ध्यान-योग करना कराना आत्मानुभूति एवं आत्मानंद का विषय है, किंतु वो जब देश की आन बान शान की रक्षा करने वाले सैना के अधिकारियों को कराने का अवसर हो तो आनंद शत गुणित हो जाता है। इस दौरान, आचार्यश्री ने ध्यान व योग के गुर सिखाते हुए कहा कि ध्यान और योग के नियमित अभ्यास से स्वस्थ, तनावमुक्त व समृद्ध जीवन पा सकते है। ध्यान व योग से शरीर, मन और बुद्धि सभी स्वस्थ रहते है। ध्यान एवं योग दोनों ही प्राचीन भारतीय जीवन-पद्धति है। जिसमें शरीर, मन और आत्मा को एक साथ लाने का काम होता है। इनके द्वारा शरीर, मन और मस्तिष्क को पूर्ण रूप से स्वस्थ किया जा सकता है।

इस अवसर पर आचार्य राम गोपाल दीक्षित जी ने न्यूरोथेरेपी का अभ्यास कराते हुए बताया कि न्यूरोथेरेपी एक ऐसी पद्घति का नाम है जो बिना दवा के रोगियों को स्वास्थ्य प्रदान करने में अहम भूमिका निभाने के साथ उनके लिए वरदान साबित हो रही है। इस पद्धति से सर्वाइकल, कमर दर्द, शूगर, अस्थमा, माईग्रेन, हाई ब्लड प्रेशर, मानसिक रोग, जोड़ों का दर्द तथा दांतों के रोगों के साथ साथ पेट की अन्य बीमारियों का भी इलाज किया जाता है। इस पद्धति द्वारा बिना दवा के रोगों का इलाज किया जाता है। उन्होने बताया कि शरीर पर लगभग 80 के करीब प्वाइंट हैं जिन पर सैकड़ों के हिसाब से (रोग के मुताबिक ) प्रेशर देकर ब्लड के बहाव को तेज किया जाता है। ऐसा कर आर्गन या ग्लैंड में ब्लड की सप्लाई को सुचारु किया जाता है। आर्गन और ग्लैंड में ब्लड की सप्लाई का सुचारु न होना ही अधिकतर बीमारियों का कारण बनता है। इस पद्धति द्वारा ब्लड सर्कुलेशन को कंट्रोल कर विभिन्न प्रकार के रोगों का निदान किया जाता है। इस 2 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर के दौरान राहुल दीक्षित और नवीन कपूर का सक्रिय सहयोग रहा।

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