
लंपी स्कीन से ज्यादा खतरनाक है यह बीमारी
हरियाणा में भी सामने आ चुके हैं कई मामले
जयपुर। पहले लंपी स्किन और अब अफ्रीकन स्वाइन फीवर का खतरा राजस्थान में मंडराने लगा है। ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं, क्योंकि गुलाबीनगरी के मालवीय नगर विधानसभा क्षेत्र में स्थित एक बड़े नाले में 15 सुअर मृत मिले हैं। हालांंंकि इनकी मौत किस वजह से हुई है, इसकी अभी पुष्टि नहीं हो पाई है, लेकिन पशु चिकित्सकों ने अफ्रीकन स्वाइन फीवर की आशंका से भी इनकार नहीं किया है। उनकी मानें तो यदि ऐसा होता है तो यह जानवरों में भयावह स्थिति पैदा कर सकता है। हरियाणा में भी बड़ी तादात में सुअरों के मरने की खबर हैं।
महापौर, उपमहापौर ने किया निरीक्षण
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार मामला सामने आने के बाद अधिकारी भी आनन-फानन में मौके पर पहुंचे। ग्रेटर नगर निगम की महापौर, उपमहापौर सहित निगम के अधिकारियों ने मौके का निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों से मृत सुअरों को नाले से निकालने के आदेश जारी किए। इसके साथ ही अफ्रीकन स्वाइन फीवर होने की स्थिति में पशु प्रबंधन शाखा को सजग रहने के निर्देश दिए हैं।
कोई वैक्सीन नहीं

बता दें कि देश के कई राज्यों में अफ्रीकन स्वाइन फीवर के चलते लगातार सुअरों की मौत हो रही है। ऐसे में कई राज्यों के प्रशासन ने इसे गंभीरता से लेते हुए प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित कर दिया है। इस बीमारी की अब तक कोई वैक्सीन उपलब्ध नहीं है। हरियाणा में अफ्रीकन स्वाइन फीवर से सुअरों की मौत हुई। जिसके बाद अन्य स्थानों पर भी तेजी से बीमारी फैल रही है।
मनुष्य में पहुंचने का खतरा नहीं
भारतीय पशु चिकित्सा एवं अनुसंधान संस्थान की के अनुसार अगस्त 2019 में भारत में पहली बार नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, अरुणाचल प्रदेश में अफ्रीकन स्वाइन फीवर का वायरस फैला था। ये बीमारी सुअरों से मनुष्यों में नहीं फैलती लेकिन मनुष्य के माध्यम से एक स्थान से दूसरे स्थान के सुअरों तक पहुंच जाती है। ऐसे में पशुपालकों को सजग रहने की जरुरत हैं। वहीं राज्य का पशुविभाग इस मामले की जांच में जुट गया है।
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