अमेरिकी चुनाव के परिणामों के बाद आम नागरिकों की उड़ी नींद, ट्रम्प के हारने से नाराज

वॉशिंगटन। अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे लगभग आ चुके हैं। डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडेन का राष्ट्रपति बनना तय है। परिणामों की औपचारिक घोषणा बाकी है। 3 नवंबर को साफ होने वाली तस्वीर 8 नवंबर को स्पष्ट हुई। परिणामों में हुई यह देरी अमेरिकियों की सेहत पर भारी पड़ी है।

चुनाव परिणामों की घोषणा के दौरान हुए एक अध्ययन में सामने आया है कि देरी से आए नतीजों के कारण अमेरिकी 13 करोड़ 88 लाख 33 हजार 45 घंटे नहीं सो पाए। एक अमेरिकी की इलेक्शन डे के दिन औसतन 25.50 मिनट नींद खराब हुई। ये आंकड़े अमेरिकी लोगों का सेहत संबंधी रिकॉर्ड रखने वाले एप के अध्ययन में सामने आए हैं।

परिणामों में उतार-चढ़ाव के कारण डिप्रेशन की शिकायत बढ़ी

वहीं कोमो न्यूज द्वारा सोशल मीडिया पर किए गए एक अध्ययन में सामने आया कि अमेरिकियों ने परिणामों का इंतजार करते-करते तनाव भी महसूस किया। लोगों के तनाव में 15 प्रतिशत बढ़ोतरी हुई तो उनकी चिंता में 9 प्रतिशत तक इजाफा हुआ। परिणामों में उतार-चढ़ाव के कारण कई अमेरिकियों ने डिप्रेशन की भी शिकायत की तो उनकी धड़कनें भी उच्चतम स्तर पर रहीं।

कई लोगों ने बढ़े तनाव और चिंता की शिकायत की थी

इसमें करीब डेढ़ गुना की बढ़ोत्तरी हुई। अस्पताल पहुंचे मरीजों में चुनाव संबंधी कार्डियक मामले भी दर्ज किए गए। कंपास हेल्थ के सीईओ और प्रेसीडेंट टॉम सेबेस्टियन के मुताबिक, कई लोगों ने बढ़े तनाव और चिंता की शिकायत की थी। वहीं बहुत से लोगों ने बताया कि उन्हें आशंका है कि चुनाव के परिणामों के बाद कई शहरों में अशांति फैल सकती है और हिंसक प्रदर्शन हो सकते हैं।

तनाव के कारण बढ़े हृदय संबंधी मामलों को लेकर भी कई लोग अस्पताल पहुंचे। लास वेगास में साउथर्न हिल्स हॉस्पिटल एंड मेडिकल सेंटर के कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. जिया खान के मुताबिक, उन्हें आशंका है कि हृदय संबंधी मामले इससे भी अधिक होंगे। 24 वर्षीय एक चुनाव कर्मी को रातभर घबराहट होती रही। वह जब अस्पताल आया तो उसे कार्डियक एरिथमिया निकला।