
जिसे एचआईवी वैक्सीन जागरूकता दिवस के रूप में भी जाना जाता है, हर साल 18 मई को मनाया जाता है। एड्स का मतलब एक्वायर्ड इम्यूनोडेफिशिएंसी सिंड्रोम होता है – जो ह्यूनम इम्यूनोडिफीसिअन्सी वायरस (एचआईवी) के कारण होने वाली एक घातक बीमारी है। एड्स एचआईवी इन्फेक्शन के लास्ट फेज को कहा जाता है, जिसमें मरीज का इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है, जिससे वे कुछ कैंसर और बीमारियों के लिए बेहद सेंसिटिव हो जाता है।
वल्र्ड एड्स वैक्सीन डे क्या है?

1980 के दशक में सबसे जरूरी पब्लिक स्वास्थ्य चुनौतियों में से एक के रूप में उभरने के बाद से एचआईवी/एड्स महामारी ने दुनिया भर में लाखों लोगों की जान ले ली। हालांकि, एड्स का टीका आज तक नहीं बनाया जा सका है। इस बीमारी के लिए कोई वैक्सीन नहीं है। एचआईवी इन्फेक्शन और एड्स को रोकने के लिए वैक्सीन की जरूरत के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए एक इंटरनेशनल पहल के रूप में काम करता है। यह उन वैज्ञानिकों, डॉक्टरों, स्वयंसेवकों और स्वास्थ्य पेशेवरों को धन्यवाद देने का भी दिन है, जो एड्स की वैक्सीन पर काम कर रहे हैं। साथ ही, ऐसे हजारों लोग हैं जिन्होंने एचआईवी/एड्स से लडऩे के लिए बहुत मेहनत की है – यह दिन उनको धन्यवाद देने का दिन भी है।
प्रोटेक्शन का इस्तेमाल करें

यौन संबंध बनाते समय प्रोटेक्शन का जरूर इस्तेमाल करें। यह एचआईवी इन्फेक्शन से बचने का सबसे जरूरी तरीका है। सुई और इंजेक्शन को शेयर करने से बचें : सुई और अन्य इंजेक्शन शेयर करना एचआईवी इंफेक्शन का एक बड़ा खतरा होता है। अगर आप इंजेक्शन वाली दवाओं का इस्तेमाल करते हैं, तो कभी भी सुई, सीरिंज, या कोई अन्य इंजेक्शन लगाने वाला उपकरण किसी और के साथ साझा न करें। हर इंजेक्शन के लिए हमेशा नई सुई और सीरिंज का उपयोग करें।
एचआईवी के लिए रेगुलर टेस्ट कराएं
जल्द पता लगाने और उपचार के लिए रेगुलर एचआईवी टेस्ट जरूरी है। अपनी एचआईवी कंडीशन जानने से आप सही उपाय कर सकते हैं और अगर जरूरी हो तो उपचार ले सकते हैं। एचआईवी का जल्द निदान और उपचार बहुत जरूरी होता है।
हेल्दी डाइट
इम्यून सिस्टम को बढ़ाने के लिए स्वस्थ, पोषक तत्वों से भरपूर डाइट लेना जरूरी है। चूंकि एचआईवी इम्यून सिस्टम को प्रभावित करता है, इसलिए एचआईवी से लडऩे के लिए इसे मजबूत करना जरूरी है।
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