
नई दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चक्रवात ताउते का मुकाबला करने के लिए तीनों सेनाओं की ओर से किये जा रहे प्रयासों की सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा की। बैठक में राजनाथ सिंह को बताया गया कि प्रभावित राज्यों के अधिकारियों की मांग पर उनकी जरूरत पूरी करने के लिए भारतीय नौसेना की 11 डाइविंग टीमों को स्टैंडबाय पर रखा गया है। 12 बाढ़ बचाव और चिकित्सा दल अलर्ट मोड़ पर रखे गए हैं ताकि जरूरत पड़ने पर किसी भी तरह की सहायता पहुंचाई जा सके। चक्रवात के बाद जरूरत पड़ने पर तत्काल ढांचागत मरम्मत करने के लिए मरम्मत और बचाव दल भी बनाए गए हैं। नौसेना के तीन जहाज आईएनएस तलवार, आईएनएस तरकश और आईएनएस ताबर प्रभावित क्षेत्रों में तत्काल मदद करने के लिए सहायता और राहत सामग्री के साथ तैयार हैं।
रक्षा मंत्री को बताया गया कि भारतीय वायुसेना ने चक्रवात का मुकाबला करने के लिए प्रायद्वीपीय भारत में 16 परिवहन विमानों और 18 हेलीकॉप्टरों को तैयार रखा है। एक आईएल-76 विमान ने भटिंडा से जामनगर तक 127 कर्मियों और 11 टन कार्गो को एयरलिफ्ट किया है। एक सी-130 विमान ने भटिंडा से राजकोट तक 25 कर्मियों और 12.3 टन कार्गो को एयरलिफ्ट किया है। दो सी-130 विमानों ने भुवनेश्वर से जामनगर के लिए 126 कर्मियों और 14 टन कार्गो को एयरलिफ्ट किया है।