
वॉशिंगटन। विस्कॉन्सिन में पुलिस की ज्यादती का शिकार हुआ अश्वेत अमेरिकी जैकब ब्लेक अपाहिज हो सकता है। जैकब के पिता सिनियर जैकब ब्लेक ने मंगलवार को कहा- मेरे बेटे जैकब के शरीर में कमर से नीचे के हिस्से ने काम करना बंद कर दिया है। उसकी सर्जरी की गई है। डॉक्टर्स ने कहा है कि अगर वो दोबारा चल पाया तो चमत्कार होगा। पुलिस ने मेरे बेटे की निर्मम हत्या करने की कोशिश की। उन लोगों ने (पुलिस ने) उसे सात गोलियां मारीं जैसे कि उसके होने का कोई मतलब नहीं है। मेरे बेटे की जान की कीमत है क्योंकि वह एक इंसान है।

विस्कॉन्सिन शहर के केनेशा इलाके में रविवार को दो पुलिसकर्मियों ने 29 साल के जैकब ब्लैक को उसके बच्चों के सामने पीठ पर सात गोलियां मारी थीं। इसके बाद से ही वह अस्पताल में भर्ती है। अभी तब इस बात का पता नहीं चला है कि उसे गोली क्यों मारी गई?
जैकब की मां ने कहा- हमें दया नहीं बदलाव चाहिए
जैकब की मां जूलिया जैक्सन ने कहा- मुझे दया नहीं, बल्कि लोगों की सोच में बदलाव चाहिए। मैं अमेरिका के लोगों, पुलिस अधिकारियों, फायरमैन और राजनेताओं से यही कहना चाहूंगी कि जैकब के साथ न्याय किया जाए। इस समय हमारे जख्म भरे जाने की जरूरत है। मैं जब यहां आ रही थी तो देखा कि पब्लिक प्रॉपर्टीज को काफी नुकसान हुआ। यह मेरे बेटे या परिवार के विचारों को नहीं दिखाता। अगर जैकब को यह पता चला कि हिंसा और तबाही मची है तो वह काफी नाखुश होगा।

जैकब के शरीर के कई अंगों को नुकसान पहुंचा है
जैकब की वकील पैट्रिक सैल्वी ने बताया कि गोलियां लगने से जैकब के शरीर के कई हिस्सों को नुकसान पहुंचा है। उसकी किडनी, लिवर और स्पाइनल कॉर्ड पर असर हुआ। एक गोली उसके स्पाइनल कॉर्ड में भी लगी है। उसके स्टॉमक में छेद हो गया है। उसकी बड़ी आंत और छोटी आंत पूरी तरह से हटनी पड़ी है। डॉक्टरों का कहना है कि उसके दोबारा चल पाने की संभावना काफी कम है। परिवार पुलिस डिपार्टमेंट पर केस दायर करेगा।
जैकब के समर्थन में कई जगहों पर प्रदर्शन
जैकब के समर्थन में और दोषी पुलिस ऑफिसर्स पर कार्रवाई की मांग करते हुए अमेरिका के कई शहरों में प्रदर्शन हो रहे हैं। विस्कॉन्सिन के गवर्नर टोनी एवर्स ने इसे देखते हुए मंगलवार को इमरजेंसी की घोषणा कर दी। उन्होंने शहर में नेशनल गार्ड की संख्या और बढ़ाने का आदेश दिया है। प्रदर्शनकारियों ने मंगलवार को सिटी सेंटर को आग के हवाले कर दिया। कई व्यापारिक प्रतिष्ठानों और गाडिय़ों में भी आगजनी की। न्यूयॉर्क, सिएटल और मिनेपोलिस में भी प्रदर्शन हुए। एक लाख की आबादी वाले केनोशा में 12 प्रतिशत अश्वेत, 67 प्रतिशत श्वेत हैं।