अमेठी में शाह गरजे: कांग्रेस कहती है अमेठी-रायबरेली हमारे परिवार की सीट, इन्हें किसने विरासत में दी

amit shah
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अमित शाह ने कसा तंज: इंडी अलायंस परिवारवादी गठबंधन

अमेठी। अमेठी में अमित शाह ने गांधी परिवार के गढ़ में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि आजादी के 70 साल के बाद नरेन्द्र मोदी जी ने राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की है। ये कांग्रेस वाले कहते हैं कि राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा ढंग से नहीं हुई। लेकिन, मेरी बात याद रखना अगर ये इंडी अलायंस वाले आ गए, तो ये राम मंदिर पर फिर से बाबरी ताला लगा देंगे। उन्होंने कहा कि ये कांग्रेस पार्टी और इंडी अलायंस परिवारवादी गठबंधन है। ये सिर्फ अपने परिवार की सोचते हैं।

शाह ने कहा कि लालू जी अपने बेटे को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं, ममता जी अपने भतीजे को मुख्यमंत्री बनाना चाहती हैं और सोनिया जी अपने बेटे को प्रधानमंत्री बनाना चाहती हैं। वो कह रहे हैं कि रायबरेली और अमेठी की सीट हमारे परिवार की सीट हैं। मैं इनसे पूछना चाहता हूं कि इन्हें किसने विरासत में दी ये सीट? उन्होंने हुकांर भरते हुए दावा किया कि मैं डंके की चोट पर कह रहा हूं कि अमेठी में स्मृति बहन और रायबरेली से दिनेश प्रताप जी जीतेंगे और ये दोनों सीट मोदी जी की झोली में जाने वाली हैं।

अमित शाह
अमित शाह

पीओके हमारा, हम इसे लेकर रहेंगे

उन्होंने कहा कि मणिशंकर अय्यर और फारुख अब्दुल्ला कहते हैं कि पीओके की बात मत करो, पाकिस्तान के पास एटम बम है। मैं आज यहां से कहकर जाता हूं, आपको डरना है तो डरिये, लेकिन ये पीओके भारत का है, रहेगा और हम इसे लेकर रहेंगे। उन्होंने कहा कि जो परिवार की सीट कहते हैं, उनकी लोकसभा में 70 साल से कलेक्टर ऑफिस नहीं था। 2018 में वहां कलेक्टर ऑफिस की नींव डालने का काम योगी आदित्यनाथ की सरकार ने किया है। उन्होंने कहा कि पूरे उत्तर प्रदेश से गुंडों को चुन-चुनकर साफ करने का काम योगी आदित्यनाथ जी ने किया है।

गांधी परिवार ने अमेठी-रायबरेली वालों को कभी अपना नहीं माना

अमित शाह ने कहा कि अमेठी और रायबरेली सालों से गांधी परिवार को अपना नेता मानते रहे। मगर उन्होंने कभी इन्हें अपना नहीं माना। यहां कम से कम 600 लोग अलग अलग दुर्घटना में मारे गए, लेकिन सोनिया जी मिलने नहीं आई। उन्होंने कहा कि जन प्रतिनिधि ऐसा चुनिए जो आपके काम आए। स्मृति ईरानी जी मुंबई से आई है, 2014 में जब मैं यहां उनके प्रचार में आया, तो मुझे लगा कि यहां स्मृति ईरानी जी क्या करेंगी। तब उन्होंने कहा कि अमित भाई, मैं यहां घर बनाउंगी और यहीं रहूंगी। आज उन्होंने गौरीगंज में घर भी बना लिया है और वहीं रहती हैं।

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