नेट थिएट पर “रेस ऑफ लाइफ” का प्रभावशाली मंचन, बिना स्क्रिप्ट के गढ़ी गई कहानी ने दर्शकों को किया भावविभोर

जयपुर। नेट थिएट के मंच पर शुक्रवार को नाद सोसायटी के कलाकारों द्वारा “रेस ऑफ लाइफ” नाटक की सशक्त प्रस्तुति दी गई। यह नाट्य प्रस्तुति रंगमंडल योजना के अंतर्गत इम्प्रोवाइजेशनल थियेटर शैली में की गई, जिसमें पूर्व निर्धारित स्क्रिप्ट के बिना मंच पर तुरंत कहानी गढ़कर उसका जीवंत मंचन किया गया।नेट थिएट के अनिल मारवाड़ी ने बताया कि नाद सोसायटी के कलाकार हर माह के अंत में बिना किसी पूर्व तैयारी के ऐसी ही प्रस्तुतियां देते हैं, जो कलाकारों की अभिनय क्षमता और तात्कालिक सोच का बेहतरीन उदाहरण होती हैं।

नाटक “रेस ऑफ लाइफ” में यह संदेश दिया गया कि जीवन की असली दौड़ स्वयं से होती है, न कि दूसरों से तुलना में। जब इंसान अपने लक्ष्य और सपनों की ओर ध्यान केंद्रित करता है, तो उसका जीवन बेहतर होता है। वहीं, दूसरों की रेस में शामिल होने से तनाव और समस्याएं बढ़ती हैं। नाटक ने जीवन की चुनौतियों, संघर्षों और आत्मविश्लेषण को मंच पर संवेदनशीलता से प्रस्तुत किया।प्रस्तुति में वरिष्ठ रंगकर्मी मनोज स्वामी, गुलशन कुमार चौधरी, जीवितेष शर्मा और रेनू सनाढ्य ने शानदार अभिनय करते हुए दर्शकों को गहराई से जोड़ा। इन्होंने बिना पूर्व तैयारी के गढ़ी गई कहानी को प्रभावशाली अभिनय और भाव-प्रवणता से जीवंत कर दिया। प्रकाश व्यवस्था में अंकित शर्मा ‘नोनू’ ने सहयोग किया, जबकि मंच संचालन में घृति शर्मा, जीतेन्द्र शर्मा और सागर गढ़वाल ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।