
पुराने स्टेंट एवं बायपास सर्जरी के ग्राफ्ट की स्थिति जान सकेंगे
निम्स की नयी पहल, देश की पहली एडवांस टेक्नोलॉजी की मशीन जो करेगी ह्रदय की जाँच केवल 5 मिनट में
जयपुर। राजस्थान में पहली बार निम्स विश्वविद्यालय द्वारा संचालित निम्स हार्ट एंड ब्रेन हॉस्पिटल, नई दिल्ली एवं चंडीगढ़ के विशेषज्ञों की नियमित सेवाएं उपलब्ध होंगी, जिसमे एडवांस जर्मन टेक्नोलॉजी द्वारा ह्रदय रोगियों को तत्काल प्रभावी जाँच उपलब्ध कराएगी। केवल 5 मिनट में यह आपके ह्रदय की जाँच को पूरी कर रिपोर्ट देगी।
यह तकनीक शीघ्र हृदय बीमारी का पता लगाने और समय पर उपचार में योगदान देगी, जिससे हृदय स्वास्थ्य में सुधार होगा और इस एडवांस टेक्नोलॉजी को देश के प्रतिष्ठित कार्डियोलॉजिस्ट, इंटरवेंसन रेडियोलाजिस्ट और प्रसिद्ध न्यूरोलॉजिस्ट, एवं कार्डियो वैस्कुलरसर्जन की संचालित करेंगे । कार्डियोलॉजी के क्षेत्र में यह एक उल्लेखनीय उपलब्धि, जो समयबद्ध तरीके से हृदय स्थितियों के निदान की प्रगति के लिए महत्वपूर्ण है।
यह नवीनतम टेक्नोलॉजी शीघ्र हृदय बीमारी की पहचान और समय पर उपचार में मदद करेगी, जिससे हृदय स्वास्थ्य में सुधार होगा। इस सेंटर मे आईआईएमएस, नयी दिल्ली और पी.जी.आई चंडीगढ़ के जाने माने विशेषज्ञ जैसे, प्रो. डॉ. संजीव शर्मा- पूर्व हैड कार्डियोवस्कुलर इमेजिंग विभाग एवं रेडियोलोजी विभाग, एआईआईएमएस नई दिल्ली, प्रो.डॉ. संदीप मिश्रा- पूर्व प्रोफेसर कार्डियोलॉजी विभाग, एआईआईएमएसनयी दिल्ली, प्रो. डॉ.एन खंडेलवाल- पूर्व प्रोफेसर, हैड-रेडियो डायग्नोसिस विभाग, पीजीआईएमईआर चंडीगढ़, डॉ. संदीप मुदगिल, पूर्व प्रोफेसर पीजीआईएमआर चंडीगढ़, डॉ. मनीष शॉ- पूर्व सहायक प्रोफेसर, कार्डियोवस्कुलर इमेजिंग विभाग, एआईआईएमएस नयी दिल्ली, प्रो. डॉ. उज्जवल चौधरी- पूर्व प्रोफेसर- सी.टी..वी.एस विभाग, एआईआईएमएस नयी दिल्ली, डॉ. आर.सी शेरावत- पूर्व हैड, सी.टी.वी.एस विभाग, मेट्रो मास हॉस्पिटल, जयपुर, डॉ. अमिताभ नागरवाल- पूर्व सीनियर रेजिडेंट, कार्डियोलॉजी विभाग, जी.बी.पन्त हॉस्पिटल, नयी दिल्ली, डॉ. नरेन्द्र बैरवा- पूर्व सीनियर रेजिडेंट, कार्डियोलॉजी विभाग, एस.डी.एम.एच, जयपुर और डॉ. आसाराम पांडा- पूर्व सीनियर रेजिडेंट, कार्डियोलॉजी विभाग, एआईआईएमएस, नयी दिल्ली अपनी नियमित सेवाएं देंगे। इसका उपयोग करके हृदय स्वास्थ्य के निदान की प्रगति में यह एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
निम्स हार्ट एंड ब्रेन हॉस्पिटल द्वारा प्रदान की जाने वाली इस नवीनतम टेक्नोलॉजी के द्वारा विभिन्न परिस्थितियों में काम करती है, जैसे – हार्ट अटैक होने की संभावना का मूल्यांकन, हार्ट की धमनियों में कैल्शियम की मात्रा के अनुसार हार्ट अटैक होने की संभावना का मूल्यांकन और संभावित इलाज भी मिलेगा। इसके अलावा, इस जांच के द्वारा आप अपने हार्ट पर कितना हानिकारक कैल्शियम जमा है और उसका आपके हार्ट पर क्या प्रभाव होगा, ऐसे सभी मामलों का मूल्यांकन भी आसानी से किया जा सकेगा। इस विशेष जांच के द्वारा आप बिना चीर-फाड़ बाइपास सर्जरी के ग्राफ्ट और हार्ट में डाले गए स्टेंट की वर्तमान स्थिति की जांच भी कर सकेंगे।
इस जर्मन एडवांस्ड टेक्नोलॉजी को विकसित करने का मुख्य उद्धेश्य शुरूआती चरण में ही हृदय संबंधी बीमारियों का पता लगाना है एवं उन बीमारियों का इलाज करना है। इस तकनीक का उपयोग करके रोगी बिना बाहरी दवाओं, टेस्ट या साधारण जांचों के, अपनी ज़िन्दगी को सामान्य रूप से व्यतीत कर सकेगा। यह एडवांस्ड टेक्नोलॉजी हृदय रोगों के निदान और उपचार को सरल एवं तेज बनाएगी।
ये नवीनतम टेक्नोलॉजी के उपयोग से सुविधाएं मिलेंगी
- तत्काल ह्रदय जाँच
- बिना चीर फाड़ के एवं बिना इंजेक्शन के दर्दरहित जांच
- उचित और सटीक इलाज का सुझाव
- कोई डाई एवं रेडिएशन का उपयोग नहीं
- बिना परेशानी और जल्दी उपचार
इस जांच को करने में केवल 5 मिनट लगेंगे और मात्र 5 मिनट में आपको अपने ह्रदय और उससे जुडी सारी जानकारी प्राप्त हो जाएगी । इस नई जर्मन एडवांस टेक्नोलॉजी द्वारा ह्रदय की जांच करने की प्रक्रिया संपूर्णत: अटोमेटेड होगी, यह जाँच बिना चीर फाड् के एवं इसे करने के लिए मरीज को किसी भी प्रकार का दर्द या आंतरिक अस्वस्थता का सामना नहीं करना पड़ेगा।
यह एडवांस टेक्नोलॉजी देश में ह्रदय और ह्रदय रोगियों के ऊपचार में क्रांति लाएगी और समय और सुगमता का ध्यान रखते हुए इलाज प्रदान करवाएगी। इससे ह्रदय से जुडी गंभीर बीमारियों से बचाने और स्वस्थ जीवनशैली को बरकरार रखने में मदद मिलेगी। इससे ह्रदय रोग से प्रभावित होने वाले लोगों को आवश्यक उपचार सुविधाएं उपलब्ध हो सकेगी।
निम्स हार्ट एंड ब्रेन हॉस्पिटल द्वारा इस नई टेक्नोलॉजी के प्रदान करने से राज्य के लोगों को महत्वपूर्ण और उचित हृदय स्वास्थ्य सुविधाएं मिलेंगी। मजबूत बुनियादी ढांचे के साथ कार्डियो-लॉजिकल और मस्तिष्क से संबंधित बीमारियों के लिए समर्पित है जो असाधारण रेडियोलॉजी उपकरण प्रदान करता है। जिससे यह टेक्नोलॉजी भारत के सर्वश्रेष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ के साथ उपचार प्रदान करेगी। एनएचबीएच का लक्ष्य आस-पास के क्षेत्रों, पीएचसी, सीएचसी और जिला अस्पतालों में स्ट्रोक और इसके प्रबंधन के बारे में जागरूकता प्रदान करना है जो मरीज़ों को गोल्डन ऑवर के दौरान विशेष स्वास्थ्य देखभाल तक पहुंचने के लिए मार्गदर्शी रहेगा। निम्स हार्ट एंड ब्रेन हॉस्पिटल राजस्थान में इस नयी टेक्नोलॉजी को प्रदान करने के लिए एकमात्र संस्थान होगा ।
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