मरीजों के लिए दवा समान है सौंफ

डायबिटीज एक लाइलाज बीमारी है। यह किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकता है। इसमें रक्त में शर्करा स्तर बढ़ जाता है और अग्नाशय से इंसुलिन हार्मोन निकलना कम अथवा बंद हो जाता है। विशेषज्ञों की मानें तो डायबिटीज दो प्रकार के होते हैं। टाइप 1 टायबिटिज बच्चे को भी हो सकता है। जबकि टाइप 2 डायबिटीज वयस्कों को अधिक होता है। टाइप 1 की तुलना में टाइप 2 डायबिटीज अधिक खतरनाक है। टाइप 2 डायबिटीज के मरीजों को अपने खानपान और वर्कआउट पर ईमानदारी से ध्यान देना चाहिए। अगर इसमें कोई कोताही बरतते हैं, तो यह खतरनाक साबित हो सकता है।

एक शोध के अनुसार, डायबिटीज के लिए सौंफ दवा समान है। इसके सेवन से ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है। इस शोध में यह पाया गया है कि सौंफ़ के बीजों में एंटीऑक्सीडेंट के गुण पाए जाते हैं, जिन्हें फाइटोकेमिकल्स कहा जाता है। फाइटोकेमिकल्स सेहत के लिए बहुत लाभकारी होता है।

यह शोध दो महीने तक किया गया। इसके सेवन से बल्ड शुगर कंट्रोल में रहता है। इसके लिए सौंफ़ की चाय बनाकर सेवन कर सकते हैं। साथ ही सौंफ़ की कुकीज का सेवन कर सकते हैं। इसमें एंटीइंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं जो कई तरह की बीमारियों में फायदेमंद साबित होते हैं। सौंफ़ की चाय पीने से ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है। साथ ही अस्थमा से भी आराम मिलता है। इसके अतिरिक्त सौंफ की चाय पीने से वजन कम किया जा सकता है। डायबिटीज के मरीज रोजाना सुबह-शाम सौंफ की चाय का सेवन करें। साथ ही सौंफ की कुकीज को लगातार दो महीने तक सेवन करें। इससे ब्लड शुगर नियंत्रण में रहता है।