श्रमोदय आवासीय विद्यालय प्रवेश परीक्षा 2025 के जल्द कर लें अप्लाई

श्रमोदय आवासीय विद्यालय
श्रमोदय आवासीय विद्यालय

नई दिल्ली। राज्य मुक्त स्कूल शिक्षा बोर्ड (MPSOS) की ओर से श्रमोदय आवासीय विद्यालय प्रवेश परीक्षा 2025 के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है। जो भी माता पिता मध्य प्रदेश में पंजीकृत निर्माण श्रमिक हैं और वे अपने बच्चों को पूणर्तया निशुल्क आवासीय विद्यालय में प्रवेश दिलवाना चाहते हैं वे जल्द से जल्द ऑनलाइन माध्यम से आवेदन प्रक्रिया पूर्ण कर लें। एप्लीकेशन फॉर्म एमपीएसओएस की ऑफिशियल वेबसाइट mpsos.nic.in पर जाकर या इस पेज पर दिए डायरेक्ट लिंक पर क्लिक करके भरा जा सकता है। एप्लीकेशन फॉर्म भरने की लास्ट डेट 30 जनवरी 2025 निर्धारित है।

किन क्लासेज में मिलेगा प्रवेश

MPSOS Shramodaya Residential School Entrance Exam 2025 के माध्यम से पंजीकृत श्रमिक अपने बच्चों को कक्षा 6, 7, 8 और 9वीं में प्रवेश दिलवा सकते हैं। प्रवेश परीक्षा का आयोजन 9 फरवरी 2025 को आयोजित की जाएगी।

कैसे करें आवेदन

  • इस परीक्षा में भाग लेने के लिए सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट mpsos.nic.in पर विजिट करें।
  • वेबसाइट के होम पेज पर आपको श्रमोदय आवासीय विद्यालय प्रवेश परीक्षा 2025-APPLICATION FORM पर क्लिक करना होगा।
  • अब आपको अगले पेज पर मांगी गई डिटेल भरकर फॉर्म को सबमिट कर देना है।
  • आवेदन करने के बाद उम्मीदवारों को पोर्टल से ही फोटोयुक्त रशीद प्राप्त होगी जिसे वे भविष्य के लिए सुरक्षित रख लें।

आवेदन के लिए निर्धारित आयु

  • क्लास 6th: इस कक्षा में प्रवेश के लिए स्टूडेंट्स का जन्म 1 अप्रैल 2012 से पहले एवं 31 मार्च 2015 के बाद न हुआ हो।
  • क्लास 7th: इस कक्षा में प्रवेश के लिए स्टूडेंट्स का जन्म 1 अप्रैल 2011 से पहले एवं 31 मार्च 2014 के बाद न हुआ हो।
  • क्लास 8th: इस कक्षा में प्रवेश के लिए स्टूडेंट्स का जन्म 1 अप्रैल 2011 से पहले एवं 31 मार्च 2013 के बाद न हुआ हो।
  • क्लास 9th: इस कक्षा में प्रवेश के लिए स्टूडेंट्स का जन्म 1 अप्रैल 2010 से पहले एवं 31 मार्च 2012 के बाद न हुआ हो।

नोटिफिकेशन डाउनलोड करने के लिए यहां क्लिक करें

इस योजना का मुख्य उद्देश्य पंजीकृत श्रमिकों के बालक बालिकाओं को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना है। इसके साथ ही इन विद्यालयों के माध्यम से पंजीकृत निर्माण श्रमिकों के बालक बालिकाओं का शारीरिक, बौद्धिक, सांस्कृतिक, नैतिक विकास करना एवं नेतृत्व क्षमता विकसित करना तथा गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के माध्यम से छात्र छात्राओं को विकास के समान अवसर प्रदान करना है।