
10 इंच पानी बरसा , रेस्क्यू के साथ खाना बांट रहे जवान
जोधपुर । पिछले तीन दिन से हो रही बारिश से जोधपुर में बाढ़ के हालात पैदा हो गए हैं। स्थिति को संभालने के लिए सेना उतर चुकी है। बताया जा रहा है कि यहां तीन दिन में करीब 10 इंच बारिश हुई है। रेस्क्यू टीम बाढ़ प्रभावित इलाकों में खाना बांट रही है। राजस्थान में सामान्य से 55 फीसदी ज्यादा बरस चुके मानसून के कारण कई जिलों में बाढ़ के हालात हैं।
बारिश का दौर कुछ धीमा होने के बाद प्रभावित एरिया में रेस्क्यू काम शुरू किया गया है। हालांकि, इलाकों में पानी अब भी जमा होने से एजेंसियों को मुश्किल का सामना करना पड़ा रहा है। विशेषकर जोधपुर की स्थिति अधिक खराब हैं । यहां जिला प्रशासन की मदद के लिए सेना के जवानों को लगाया गया है । जवान रेस्क्यू के साथ कई दिनों से घरों में फंसे लोगों को खाने का सामान भी पहुंचा रहे हैं । जोधपुर में बीते 15 में सबसे अधिक बारिश रिकॉर्ड हुई है । तीन दिन में यहां करीब 10 इंच पानी बरसा है।
अब तक सात की मौत

तबाही वाली बारिश देख रहे जोधपुर में तीन दिन में सात मौतें हो चुकी हैं। इनमें पांच बच्चे, एक महिला और पुरुष हैं। बारिश कम होने के बाद अब हर तरफ शहर-गांव डूबे नजर आ रहे हैं । बारिश ने जन जीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। गुरुवार सुबह 4 बजे 15 मजदूरों को फैक्ट्री से रेस्क्यू किया गया। न्यू रूप नगर में 3 से 4 फीट तक पानी भर गया। हालात ये हो गए हैं कि बुधवार शाम को सेना को बुलाना पड़ा । सेना के जवानों ने बड़ी संख्या में लोगों को नाव से रेस्क्यू किया है।
कॉलोनी खाली करवाई, हॉस्टल ढहा
उधर, बासनी स्थित डर्बी श्रमिक कॉलोनी को भी खाली करवा लिया गया है। कॉलोनी के लोगों को नजदीकी स्कूलों में शिफ्ट किया गया है। बारिश की वजह से कमजोर इमारतें ढहने का सिलसिला भी चल रहा है। विजय चौक में किसान हॉस्टल का हिस्सा भरभरा कर गिर गया। गुरुवार सुबह हुए इस हादसे में कोई जन हानि नहीं हुई। बारिश के कारण उपजे हालात के कारण जोधपुर में स्कूलें गुरुवार को भी बंद हैं । जबकि जोधपुर-बाड़मेर ट्रेन को रद्द कर दिया गया है। सोमवार शाम से गुरुवार सुबह तक शहर में करीब 10 इंच पानी बरस चुका है।
बुधवार रात तेज बारिश के बाद डर्बी व श्रमिक कॉलोनी में भैरव नाले का पानी घुसने से हालात विकट हो गए। जिला प्रशासन की ओर से कॉलोनी खाली करने के लिए मुनादी करवाई गई। यहां 400 लोग पानी में घिर गए थे। एनडीआरएफ की टीम ने करीब 150 लोगों को पास के स्कूल में शिफ्ट किया। मंडोर रोड स्थित जनता कॉलोनी के 20 परिवारों को मदरसे में शिफ्ट किया गया।

सूरसागर के गेंवा गांव के 30 मकान पानी से घिर गए। यहां मड पंप लगाकर पानी खाली किया है । लेकिन गुरुवार रात हुई बारिश के बाद हालात फिर खराब हो गए। तीन दिन में करीब 15 से ज्यादा जर्जर मकान गिर गए। जोधपुर-पाली हाईवे पर दो जगह सीवरेज धंस गई । शहर की दर्जनों कॉलोनियों जलमग्न हैं। बैरु गांव में भी बाढ़ के हालात हैं। ग्रामीण प्रशासन से सहायता की गुहार लगा रहे हैं।
भील बस्ती के 80 परिवार फंसे
जोधपुर के बाप में भोजो की बाप भील बस्ती में 70-80 परिवार पानी से घिरे हैं। लोहावट में नाड़ी-तालाब ओवरफ्लो होने से लोहावट के पास रेल पटरियां अधरझूल हो गईं। जिसे देर रात रेल विभाग ने दुरुस्त करवाने का काम शुरू किया।
बाडमेर-जोधपुर ट्रेन रद्द
गाड़ी संख्या 14895, जोधपुर-बाडमेर ट्रेन को बुधवार को रद्द कर दिया गया था। रेक की कमी के कारण यही गाड़ी 14896, बाडमेर-जोधपुर रद्द की गई है।
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